रायपुर. अदाणी फाउंडेशन रायपुर ने अपनी सामाजिक सहभागिता को ध्यान में रखते हुए खासकर क्षेत्रीय बालिकाओं हेतु ग्राम पंचायत रायखेड़ा से महाविद्यालय कोहका तिल्दा तक ‘नोनी लॉरी’ निःशुल्क बस सेवा की शुरुआत की है. रायपुर एनर्जेन लिमिटेड, रायखेड़ा के नजदीक स्थित 7 गावों जैसे रायखेड़ा, गैतारा, चिचोली, सोनतरा, ताराशीव, बरतोरी और खमरिया की लगभग 65 बालिकाएं शासकीय महाविद्यालय कोहका, तिल्दा तक परिवहन के लिए इस बस सेवा का उपयोग करेंगी. इस बस सेवा का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं के शिक्षा स्तर को बढ़ाते हुए सही समय और कम खर्च पर उच्च शिक्षा हेतु प्रोत्साहित करना है.

गौरतलब है कि ग्राम रायखेडा से महाविद्यालय के बीच की दूरी लगभग 20 किलोमीटर है. पहले परिवहन के अभाव में अभिभावक अपनी बच्चियों को 12 वीं कक्षा के बाद महाविद्यालय भेजने में अपने आप को असमर्थ पाते थे. इन परिस्थितियों पर गंभीरता से विचार करते हुए अदाणी फाउंडेशन और संयंत्र प्रबंधन के अधिकारियों ने रायखेड़ा, चिचोली और गैतरा पंचायत के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ‘नोनी लॉरी’ नाम से बस सेवा का शुभारंभ किया है. अदाणी फाउंडेशन ने 52 सीट क्षमता वाली इस स्कूल बस सेवा का पूर्ण खर्च वहन किया जाएगा, वहीं पात्र बालिकाओं को इस सुविधा के उपयोग की अनुमति, फाउंडेशन कार्यालय में अपना नामांकन कराकर बस पास प्राप्त करने पर ही दी जाएगी.

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कार्यक्रम में मुख्य रूप से जनपद अध्यक्ष तिल्दा प्रतिनिधि देवव्रत नायक, जनपद सदस्य प्रतिनिधि ठाकुर राम वर्मा, सरपंच चिचोली पुनीत राम साहू, सरपंच प्रतिनिधि रायखेड़ा संतोष कुर्रे, रायपुर एनर्जेन लिमिटेड के संयंत्र प्रमुख रामभव गट्टू, अदाणी फाउंडेशन के प्रमुख दीपक कुमार सिंह, फाउंडेशन स्टॉफ और स्कूली छात्राएं उपस्थित रहीं.

कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने बस की पूजा अर्चना और श्री फल तोड़कर की गई, तत्पश्चात उपस्थित अतिथि नायक ने सेवा शुरु होने से खुशी जाहिर करते हुए संयंत्र और फाउंडेशन प्रबंधन को धन्यवाद दिया और सुविधा को निर्बाध चलाते रहने का निवेदन किया. कार्यक्रम में उपस्थित अन्य जनप्रतिनिधियों ने संयंत्र प्रबंधन और अदाणी फाउंडेशन का दिल से आभार व्यक्त किया है. साथ ही उपस्थित बालिकाओं ने भी अपना धन्यवाद प्रेषित करते हुए कहा कि “फाउंडेशन की इस पहल से हम अपनी उच्च शिक्षा की पढ़ाई निर्बाध जारी रख सकते हैं जो कि इसके पूर्व में मुश्किल लग रहा था.”

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वहीं रायपुर एनर्जेन लिमिटेड के संयंत्र प्रमुख रामभव गट्टू ने कहा कि “यह जरुरी है कि बालक और बालिकाओं की मूल आवश्यकताओं को समझा जाए, ताकि हर बच्चा उच्च शिक्षा के अपने मूल हक को प्राप्त कर सके. इस सुविधा के शुरू होने से क्षेत्र में एक नए अध्याय का भी शुभारंभ होगा.“ कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा बस को हरी झंडी दिखाकर महाविद्यालय की ओर प्रस्थान कराया गया.

अदाणी फाउंडेशन के बारे में

1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है. जिसमें देश भर के 2250 गांव और कस्बे शामिल हैं. फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है. वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन 4 प्रमुख क्षेत्रों-शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है. अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है.