अंकुर तिवारी, धमतरी। धान उपार्जन केंद्र खोलने के नाम पर तीन दिनों तक किसानों के चक्काजाम किए जाने के बाद आखिरकार राज्य सरकार उनकी मांगों पर सहमत हुई. बुधवार को कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने चालू खरीफ विपणन वर्ष में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए दुगली में धान खरीदी केंद्र खोलने की घोषणा की. यही नहीं ग्रामीणों के साथ कलेक्टर मौर्य, पुलिस अधीक्षक बीपी राजभानु, अन्य जनप्रतिनिधियों ने दुगली में खरीदी केंद्र के लिए स्थल का मुआयना कर केंद्र के लिए पूजा-अर्चना की गई.

कलेक्टर जय प्रकाश मौर्य ने इस मौके पर बताया कि चूंकि इस क्षेत्र की पंचायतों में पंजीकृत किसानों की संख्या आदिवासी अंचल के लिए तय संख्या 1200 और धान खरीदी न्यूनतम 30,000 क्विंटल, नहीं होने की वजह से यहां धान खरीदी केंद्र खोला जाना तकनीकी रूप से संभव नहीं था. लेकिन जनभावना को ध्यान में रख किसान और आदिवासी चिंतक राज्य सरकार ने इस ऐतिहासिक महत्व के ग्राम दुगली में धान खरीदी केंद्र के लिए बने नियम में शिथिलता करते हुए खरीदी केंद्र खोलने का फैसला किया है.

प्रदेश के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत स्वयं दुगली में केंद्र खोलने की घोषणा फोन के जरिए करना चाह रहे थे, किंतु उनसे मोबाइल में संपर्क नहीं होने की वजह से कलेक्टर ने उनकी ओर से राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप यहां केंद्र खोलने की घोषणा ग्रामीणों के बीच पहुंच कर की. इस मौके पर सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव ने आदिवासी अंचल के ग्रामीणों की ओर से राज्य सरकार को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आभार जताया.

गौरतलब है कि यहां पांच पंचायत के 11 गांव के किसान डोंगरडुला खरीदी केंद्र के बजाय दुगली में धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग कर धमतरी-नगरी स्टेट हाईवे में दाे दिन से आंदोलनरत थे. इन ग्रामीणों की लगभग बीस साल पुरानी बहुप्रतीक्षित मांग आज राज्य की भूपेश बघेल सरकार ने पूरी कर दी.

कलेक्टर ने इस मौके पर सहकारिता विभाग के अमले को आज ही व्यवस्था करने के निर्देश दिए, जिससे गुरुवार से दुगली में धान खरीदी शुरू हो जाए. इस अवसर पर शरद लोहाणा, मोहन लालवानी और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे. उन्होंने भी राज्य सरकार का साधुवाद किया कि आदिवासी अंचल के ग्रामीणों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरा किया गया है.

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