शब्बीर अहमद, भोपाल. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज कर एक बार फिर सत्ता हासिल की है. बीजेपी ने 163 सीट, कांग्रेस ने 66 और एक सीट पर भारत आदिवासी पार्टी ने अपना परचम लहराया है. कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद इंडिया गठबंधन के बीच फिर बयानबाजी का दौर शुरु हो गया है. सपा और कांग्रेस बीच तल्खी फिर देखने को मिली.

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दरअसल, विधानसभा चुनाव के दरमियान सीट बंटवारे नहीं होने के बाद अखिलेश यादव और कमलनाथ बीच में बयानबाजी देखने को मिली थी. जिसके बाद सपा ने 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन किसी भी सीट पर बढ़त तक नहीं मिली. इधर चुनाव परिणाम आने के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अनुराग भदौरिया ने सोशल साइट्स X पर लिखा, ”अब शायद कमल नाथ जी के समझ में बात आ गई होगी. अखिलेश यादव जी का मतलब क्या है.”

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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव ने खूब चुनाव प्रचार किया था और पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) दांव आजमाया था. क्योंकि इसी फार्मूले पर सपा ने घोसी विधानसभा उपचुनाव में जीत हासिल की थी. इसके बाद अखिलेश ने यही दांव एमपी में भी चला लेकिन यहां उनकी समीकरण ठीक नहीं बैठा. हालांकि सीट बंटवारे को लेकर यहां पर कांग्रेस और अखिलेश यादव के बीच विवाद हो गया था और ये विवाद इतना बढ़ा था कि अखिलेश ने कांग्रेस को यूपी में देख लेने तक की बात कही थी.

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