लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के एक नेता ने हार के बाद पार्टी के संगठन को कमजोर बताते हुए सवाल उठा दिए हैं. पश्चिमी दिल्ली सीट से बुरी तरह चुनाव हारे दलित नेता उदित राज ने ‘आपसी टांग खिंचाई’ को भी पराजय की वजह बताई है. उन्होंने कहा गठबंधन ना होता तो कांग्रेस को 240 सीटें मिलतीं. लोकसभा चुनाव में एक बार फिर NDA को बहुमत मिला है तो कांग्रेस (99) की अगुआई वाले इंडिया गठबंधन को 234 सीटें मिलीं.   

पश्चिमी दिल्ली सीट से उदित राज को उम्मीदवार बनाया गया था. दिल्ली कांग्रेस में  इसको लेकर  मतभेद था और एक बैठक के दौरान खुलकर उनका विरोध भी किया गया था. आम आदमी पार्टी से गठबंधन के बावजूद कांग्रेस उम्मीदवार को 2.90 लाख वोट से हार का सामना करना पड़ा. अब इसके लिए पार्टी में फूट को जिम्मेदार बताते हुए उदित राज ने निशाना साधा है. उदित राज ने कहा कि मोदी जी के खिलाफ गुस्से को कांग्रेस भुना नहीं पाई.

उदित राज ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर लिखा, ‘राहुल गांधी जी की पॉपुलैरिटी और मोदी जी के खिलाफ गुस्सा का फायदा कांग्रेस को नहीं मिला. कमजोर संगठन और आपसी टांग खिंचाई अगर न होती तो 240 सीटें कांग्रेस को मिलती.’ इससे पहले उदित राज ने अपनी हार को लेकर धांधली का का शक भी जाहिर किया था. उन्होंने कहा था कि यूपी, मध्य प्रदेश, बिहार और दिल्ली जैसे राज्यों में धांधली की गई है.

लोकसभा चुनाव के बाद उदित राज पहले ऐसे कांग्रेस नेता हैं जिन्होंने पार्टी पर सवाल उठाते हुए खामियां गिनाईं हैं. उनका इशारा दिल्ली कांग्रेस में उनकी उम्मीदवारी पर हुए विरोध को लेकर था. कांग्रेस पार्टी दिल्ली में तीन सीटों पर लड़ी लेकिन खाता खोलने में नाकाम रही. उदित राज के अलावा कन्हैया कुमार और जेपी अग्रवाल को भी हार का सामना करना पड़ा. गौरतलब है कि कन्हैया कुमार की उम्मीदवारी का भी विरोध हुआ था.