नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी में एक बार फिर बड़ी टूट होने जा रही है. नहीं हम महाराष्ट्र की बात नहीं कर रहे हैं, और न ही राजस्थान की. बल्कि बात हो रही है गोवा की. गोवा विधानसभा कांग्रेस के 11 विधायकों में से 9 के पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की चर्चा सियासी गलियारी में तेजी से फैल रही है. यह महज अफवाह है या पुष्ट खबर इसका खुलासा आज शाम तक हो जाने की संभावना है.

जानकारी के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत, विपक्ष के नेता माइकल लोबो सहित कांग्रेस के 9 विधायकों ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा की है. हरी झंडी मिलते ही ये तमाम नेता कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो जाएंगे. एक कांग्रेस विधायक ने एक पोर्टल को न छापने की शर्त पर बताया कि हम कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं. हम केवल भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान का इंतजार कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी विशेष पद या कैबिनेट बर्थ के लिए कोई वादा नहीं किया गया है.

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत

सूत्रों का कहना है कि अयोग्यता से बचने के लिए कांग्रेस विधायकों ने सामूहिक रूप से भाजपा में जाने का फैसला किया गया है. हालांकि, भाजपा की राज्य इकाई कांग्रेस के विधायकों को पार्टी में शामिल करने को लेकर बहुत इच्छुक नहीं है. लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व इन विधायकों को अपने पाले में लाने के लिए उत्सुक था, जिससे लोकसभा चुनाव जीतने में कोई बाधा न आए. बता दें कि गोवा के 40 सदस्यीय सदन में कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास 20 और एमजीपी के 2 सदस्य और तीन निर्दलीय हैं.

हरियाणा में भी लगने वाला है झटका

केवल गोवा में ही नहीं हरियाणा में भी कांग्रेस के भीतर घमासान मचा हुआ है. राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस को गज्जा देने वाले कुलदीप बिश्नोई ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. हरियाणा के तीन लालों में से एक भजन लाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई राज्य कांग्रेस में तवज्जों नहीं दिए जाने से नाराज हैं.