सुप्रिया पांडेय, रायपुर। प्रदेश में एक बार फिर लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका आंदोलन की तैयारी में है. वे छत्तीसगढ़ जुझारू आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका कल्याण संघ के बैनर तले 10 दिसम्बर को राजधानी रायपुर में महारैली निकालेंगी. इसमें प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका शामिल होंगी. बता दें कि इससे पहले भी 50 दिनों का हड़ताल किया था. इस दौरान इनको सिर्फ आश्वासन मिला था. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं का कहना है कि नई सरकार से उम्मीद थी लेकिन अब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हुई, इसी वजह से हम आंदोलन करने को बाध्य है.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अध्यक्ष पदमा साहू ने बताया कि हमें 50 दिन का हड़ताल किए हुए 2 वर्ष से भी अधिक का समय हो गया है. नई सरकार से उम्मीदे भी थी, कई बार हम मंत्रालय व संचानालय के चक्कर लगा चुके हैं. मुख्यमंत्री व मंत्रियों से भी हमने मुलाकात की है लेकिन किसी तरह का कोई विचार नहीं हुआ है, हमें हड़ताल अवधि मानदेय को लेकर भी कहा था कि जैसे ही सरकार बनेगी आपकी मांगे पूरी होगी, लेकिन अब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हुई है जिस वजह से प्रदेशभर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं में नाराजगी है.

हमने कोरोना काल में भी अपने परिवार की परवाह किए बगैर काम किया है. इस दौरान हम में से कई लोग संक्रमित भी हुए लेकिन फिर भी सरकार ने अब तक हमारे लिए कुछ भी नहीं किया. सरकार सिर्फ शिक्षाकर्मियों और किसानों के लिए काम कर रही है. हमें लग रहा था कि हमारे लिए भी कुछ होगा, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है. 10 दिसंबर को हमारे द्वारा महारैली की जाएगी, जिसमें पूरे प्रदेशभर से लगभग डेढ़ लाख आंगनबाड़ी सहायिका व कार्यकर्ता शामिल होंगी.