रायपुर। अग्रवाल सभा के चुनाव से पहले सुरेश गोयल ने एक बार फिर से सदस्यता सूची के मुद्दे को उठाया है. सुरेश गोयल ने आरोप लगाया कि समाज के लगभग 2000 वरिष्ठ लोगों को सदस्यता सूची में स्थान नहीं दिया गया है, और इसी आधार पर उन्हें अध्यक्ष के चुनाव के लिए आवेदन देने से मना कर दिया गया. इन आरोपों को विजय अग्रवाल गुट ने बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि चुनाव में हार का डर सता रहा है.

रायपुर के प्रतिष्ठित अग्रवाल समाज के सदस्यों की संस्था अग्रवाल सभा एक अर्से से गुटबाजी की वजह से मीडिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. एक तरफ सुरेश गोयल का गुट है, जो चुनाव को टालने के लिए रजिस्ट्रार के साथ-साथ हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा चुका है. वहीं दूसरी ओर विजय अग्रवाल का गुट है, जो सभा के अध्यक्ष के लिए चुनाव की वकालत कर रहा है.

सुरेश गोयल गुट के आवेदन पर रजिस्ट्रार ऑफ फर्म्स एण्ड सोसायटी का फैसला आने के बाद अग्रवाल सभा की आमसभा में चुनाव की तारीखों का ऐलान भी किया जा चुका है, लेकिन इसके बाद अग्रवाल सभा के संरक्षक सुरेश गोयल और उपाध्यक्ष राम अवतार अग्रवाल ने मीडिया हाउस से नाम से जारी प्रेस रिलीज में सदस्यता सूची की प्रामाणिकता को लेकर सवाल खड़ा किया है.

अग्रवाल सभा के दोनों वरिष्ठ सदस्यों ने आरोप लगाया कि रजिस्ट्रार के आदेश में राम अवतार अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत आपत्तियों का संस्थान के नियमावली के निराकरण कर मतदाता सूची का अंतिम प्रकाश किया जाए, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई किए बिना ही आमसभा में चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया गया.

सुरेश गोयल और राम अवतार अग्रवाल के आरोपों को विजय अग्रवाल गुट से जुड़े अग्रवाल सभा के कार्यकारिणी सदस्य मनमोहन अग्रवाल ने अध्यक्ष पद के चुनाव में मिलने वाली चुनाव की बौखलाहट करार दिया. उन्होंने कहा कि सभा के संविधान में एक शख्स केवल दो ही बार अध्यक्ष बन सकता है, ऐसे में तो सुरेश गोयल स्वमेव अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हैं, तो फिर आवेदन क्यों मांग रहे हैं.

मनमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज वे मीडिया के सामने जो आपत्तियां जता रहे हैं, इन्हीं आपत्तियों को लेकर वे रजिस्ट्रार के पास गए थे. रजिस्ट्रार ने तो विधि अनुसार सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला दिया है, अब फिर से आपत्ति क्यों. उन्होंने कहा कि समाज में लंबे समय से चुनाव नहीं हुए हैं. समाज के सदस्य खुले चुनाव के पक्षधर हैं, और चुनाव को लेकर उनमें काफी उत्साह है. यह पूरी कवायद चुनाव प्रक्रिया में अवरोध पैदा करने की है.

मनमोहन अग्रवाल ने सुरेश गोयल के बीते 11 सालों के दौरान कोई काम नहीं होने के आरोप पर कहा कि जवाहर नगर में अग्रसेन छात्रावास का निर्माण हुआ है. कोविड की पहली लहर में अग्रवाल समाज ने नि:शुल्क कोविड केयर कैंप चलाया गया था, जिसकी देशभर में चर्चा हुई. 51 लाख रुपए मुख्यमंत्री सहायता कोष में कोविड केयर के लिए दिया. इसके अलावा छोटे-बड़े कार्य करते रहे हैं. गोयल जी कह रहे हैं कि 11 सालों में कुछ नहीं हुआ तो यह न केवल न केवल इस अवधि में अध्यक्ष रहे उनका अपमान है, और पूरे समाज का अपमान है.

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