रायपुर. छत्तीसगढ़ दौरे पर आये कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के ब्यान पर प्रतिक्रिया देते हुए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) सुप्रीमो अजीत जोगी ने कहा कि राहुल  गांधी का पैराशूट वाला ब्यान हास्यास्पद है क्योंकि वो स्वयं एक पैराशूट नेता होने का जीवंत उदहारण हैं। उन्हें बकायदा पैराशूट पहनाकर राजनीति में उतारा गया है। वो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने नहीं बल्कि बनाये गए हैं।

अजीत जोगी ने कहा कि टूरिस्ट की तरह चार साल में चार बार छत्तीसगढ़ आने वाले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ में स्थानीय मुद्दों की बात करने से कतराते हैं। पोलावरम और कनहर बाँधों का निर्माण, नगरनार इस्पात संयंत्र का विनिवेश, इंद्रावती और महानदी के पानी पर ओडिशा का एकाधिकार, आउटसोर्सिंग, समर्थन मूल्य, क़र्ज़ माफ़ी, शराबबंदी, बढ़ते बिजली बिल- छत्तीसगढ़ वासियों के दिल और पेट से जुड़े किसी भी मुद्दे पर राहुल जी कुछ भी नही बोलते। केवल कोरी भाषणबाजी कर वापस दिल्ली लौट जाते हैं। जोगी ने कहा कि दिल्ली से आए ऐसे “चुनावी पर्यटकों” को छत्तीसगढ़ की जनता गंभीरता से नहीं लेती।

वहीं कांग्रेस वापसी के कयासों पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया का जवाब देते हुए अजीत जोगी ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी टाइटैनिक जहाज है और राहुल गांधी उस जहाज के कप्तान। छत्तीसगढ़ की जनता, भली भांति जानती है कि उनके जीवन में खुशहाली, मोदी के बुलेट ट्रेन में या राहुल गांधी के डूबते जहाज में सवारी से नहीं आएगी बल्कि जोगी का हल चलाकर आएगी।

अजीत जोगी ने कांग्रेस की वर्तमान स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो ख़ुद बसपा और सपा के रहमो करम पर आज संसद में बैठकर आँख मार रहे हैं और कुछ समय पहले तक जे॰डी॰यू॰ को अनाप-शनाप बोलने वाले आज उनके पैरों पर गिड़गिड़ाकर सरकार बना रहे हैं, उनके मुँह से क्षेत्रीय दलों के बारे में ऐसी बातें शोभा नहीं देती। इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष को कुछ भी बोलने से पहले देश में अपनी पार्टी की लंबाई और चौड़ाई नाप लेना चाहिए।