रायपुर. मरवाही में आला लटकाकर वोट मांगने वाले कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ केके ध्रुव चुनाव जीत गए हैं. चुनाव जीतने के बाद वे कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे तो उनके गले में आला की जगह माला लटक गया.

राजीव भवन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम समेत तमाम कांग्रेसियों ने उनका इस्तेकबाल किया. जब उनसे हमने सवाल पूछा कि आप आला से माला में आ गए लेकिन जब मरवाही जाएंगे तो आपके गले में क्या लटका रहेगा. आला या माला.

इस पर डॉ केके ध्रुव ने कहा कि वे मरवाही दोनों लटकाकर जाएंगे क्योंकि दोनों ज़रुरी है. दरअसल, माला नेता और आला एक डॉक्टर की पहचान है. केके ध्रुव अब दोनों हैं. इसलिए वे दोनों पहचान को जनता के बीच साथ में रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क और पानी है.

डॉ केके ध्रुव की आला लटकाईं तस्वीरों ने खूब सुर्खियां बटोरीं थी. उन्होंन प्रचार के दौरान लोगों का आला से जांच भी किया. लेकिन जब चुनाव जीतने के बाद लोगों के बीच जाएंगे तो लोगों के उपचार का सिलसिला भी जारी रहेगा.

डॉ केके ध्रुव का मुकाबला बीजेपी के डॉक्टर गंभीर सिंह से था. जिनका समर्थन जोगी कांग्रेस ने किया था. गंभीर सिंह मूलत: क्षेत्र के रहने वाले हैं लेकिन उन्होंने अपनी डॉक्टरी रायपुर में की है. जबकि केके ध्रुव बलौदाबाज़ार के रहने वाले हैं जिन्होंने पिछले साल अपनी डॉक्टरी मरवाही क्षेत्र में की है.

मुख्यमंत्री ने डॉ केके ध्रुव के स्वागत कार्यक्रम में कहा कि जिसे लोगों ने बाहरी कहा उन्हें जनता ने अपना माना और जो वहां का था, जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.