मुंबई. अगर आपसे कोई ये कहे कि हिंदी सिनेमा और सीरियल की दुनिया के बेहद कामयाब कलाकार और एक ‘संस्कारी’ शख्स की छवि रखनेवाले आलोकनाथ ने कभी किसी का रेप भी किया था, तो यकीनन आप ये सोचकर हैरान हो जायेंगे कि क्या पर्दे पर एक आदर्शवादी व्यक्ति के रूप में देखे जानेवाले इस शख्स ने कभी इतनी घिनौनी हरकत भी की होगी? मगर ऐसा ही एक इल्जाम आलोकनाथ पर लगाया गया है 80 और 90 के दशक में टेलीविजन की जानी-मानी लेखिका/निर्माता/निर्देशक विनता नंदा ने, जो 1993 से 1997 तक जी टीवी पर आनेवाले लोकप्रिय सीरियल ‘तारा’ की लेखिका थीं और आलोकनाथ ने इसी सीरियल में एक लीड एक्टर के तौर पर काम किया था.

 विनंता नंदा द्वारा लगाये गये रेप के आरोपों पर आलोकनाथ ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की. ऐसे में आलोकनाथ ने अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा – “उन्हीं (विनता) से पूछिए आप, मुझसे क्यों पूछ रहे हैं? जो औरत ने कह दिया, वही ब्रह्म वाक्य है न? वही तो सत्य है! ऐसे में मेरा पक्ष जानकर क्या करोगे? आपको जो लिखना है, लिखिए. वैसे भी मैं जो कहूंगा, उसपर कौन यकीन करने वाला है? इस मामले में मैं जो कुछ भी कहूंगा, लोग सुनेंगे नहीं. मैं जो भी कुछ कहूंगा, उसके कोई मायने नहीं हैं. इससे कोई फायदा नहीं होगा. सब लोग उसपर (विनता) पर ही यकीन करेंगे. उन्होंने‌ जो कुछ कहा है, ये उनकी (ओछी) मानसिकता को दर्शाता है. मुझ पर इल्जाम तो लग गया है, मगर वक्त के साथ सबकुछ साफ हो जाएगा.”

जब आलोकनाथ से पूछा कि क्या वो विनता के तमाम आरोपों को सिरे से खारिज कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “न मैं इस बात से इनकार कर रहा हूं और न ही मैं हां कह रहा हूं. वो (रेप) तो हुआ होगा. यकीनन हुआ होगा, मगर किसी और ने किया होगा. खैरे, मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलना‌ चाहता‌ क्योंकि बात निकली है, तो दूर तलक जायेगी.”

आलोकनाथ ने खुद को पाक-साफ ठहराते हुए विनता के आरोपों को देशभर में चल रहे #MeToo मूवमेंट का नतीजा बताया और कहा, “सब लोग इस आडम्बर में (#MeToo मूवमेंट) में बोले जा रहे हैं. #MeToo एक अच्छी मूवमेंट है. इसके तहत बहुत से खुलासे हो रहे हैं, मगर हमें तो सिर्फ औरतों का ही पक्ष सुनना है क्योंकि उन्हें कमजोर माना जाता है.”

जब आलोकनाथ से पूछा गया कि क्या उन्हें नहीं लगता कि इतने संगीन आरोप लगने के बाद उन्हें साफगोई से अपनी बात रखनी चाहिए वरना उनके करियर और लोगों के नजरों में उनकी छवि को खासा नुकसान हो सकता है, तो आलोकनाथ ने कहा, “मुझे लोगों से क्या लेना-देना? हमारी आत्मा साफ होनी चाहिए. लोग तो छवि खराब करने के लिए कुछ भी कहते हैं. मेरी इमेज की बात छोड़िए. जो भी बात कही गयी है वो बेतुकी है.”

आलोकनाथ ने विनता के साथ अपनी दोस्ती का भी हवाला दिया और कहा – “एक वक्त में वो‌ मेरी इतनी अच्छी दोस्त हुआ करती थीं… आज उन्होंंने इतनी बड़ी बात कह दी. उस औरत को एक तरह से मैंने ही बनाया था.” इस मुद्दे पर अपनी बात को खत्म करते हुए आलोकनाथ ने आखिर में कहा – “मेरे हिसाब से इस बात को तूल देना व्यर्थ है. आज की दुनिया कुछ ऐसी है कि सिर्फ एक महिला की बात ही‌ मानी जायेगी. ऐसे में मेरा कुछ भी कहना गलत होगा.”विनता ने फेसबुक पोस्ट में ‘तारा’ सीरियल के सेट पर हुए और भी कई तरह के तमाशों का जिक्र किया है और आलोकनाथ की वजह से जी टीवी पर उनके एक साथ चार सीरियल बंद किये जाने का भी उल्लेख किया है, जिसके‌ चलते उन्हें अपने प्रोडक्शन हाउस को बंद करने की नौबत आन पड़ी थी.

विनता ने अपने फेसबुक पोस्ट के अंत में भी आरोपी आलोकनाथ का नाम लिए बगैर लिखा है – “विडम्बना इस बात कि है इस शिकारी को एक उम्दा कलाकार के तौर पर जाना जाता है और फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में इस शख्स की पहचान सबसे ‘संस्कारी’ शख्स की है.