सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले के पामाखेड़ी क्षेत्र में स्थित अनुसूचित बच्चों के छात्रावास में गजब का भ्रष्टाचार देखा जा रहा है। ग्रामीणों से छात्रावास में भ्रष्टाचार की सूचना पाकर जब कुछ पत्रकार छात्रावास पहुंचे तो नजारा देख वे भी हैरान रह गए। दरअसल छात्रावास के सभी कमरों में ताला लगा हुआ था, वहीं पूरे छात्रावास में केवल एक महिला के अतिरिक्त और कोई उपस्थित नहीं था। पूछताछ करने पर महिला ने बताया कि छात्रावास अधीक्षक रोज सुबह आते हैं और कुछ देर रुककर चले जाते हैं, यही नहीं महिला ने ये भी बताया कि छात्रावास में लंबे समय से एक भी छात्र उपस्थित नहीं है। 

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पत्रकार द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में ये बातें साफ साफ दिखाई और सुनाई दे रही हैं। इसके बावजूद छात्रावास अधीक्षक बी डी अहिरवार और आदिम जाति कल्याण विभाग के कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों की मिली भगत से कागजों पर बच्चों की संख्या लगभग 25 से 30 दर्शाकर हर महीने बच्चों के अधिकार का पैसा निकालकर अधीक्षक और अधिकारियों द्वारा मौज उड़ाई रही है। 

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बता दें कि अधीक्षक बी डी अहिरवार के पास एक अन्य छात्रावास का भी प्रभार है, और वहां की स्थिति भी लगभग ऐसी ही बताई जाती है। इस संबंध में जब आदिम जाति कल्याण विभाग की अधिकारी प्रियंका राय से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामले में जांच के लिए एक टीम का गठन कर दिया गया है रिपोर्ट आते ही सभी दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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