कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में कलेक्टर कार्यालय से एक करने वाला मामला सामने आया है। यहां ऑफिस से5 करोड़ रुपए से ज्यादा की फाइल की नोटशीट ही गायब हो गई। जी हां यह फाइल कोई ऐसी वैसी फाइल नहीं थी बल्कि मशहूर गायक सोनू निगम और शान ने जिस कार्यक्रम में जबलपुर आकर अपनी प्रस्तुति दी थी उस कार्यक्रम से जुड़ी फाइल की नोटशीट ही गायब हो गई। 

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दरअसल इस फाइल में 25 और 26 जनवरी 2023 को जबलपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज मैदान और गैरिसन ग्राउंड में हुए कार्यक्रमों से जुड़े बिल और अन्य जरूरी दस्तावेज थे। लेकिन अचानक नोट शीट के गायब हो जाने से कलेक्ट्रेट सहित प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। आनन फानन में जब कलेक्टर के संज्ञान में यह बात आई तो उन्होंने कलेक्ट्रेट के अधीक्षक सहित तीन लोगों को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं।

क्या है पुरा मामला 

दरअसल 25 जनवरी 2023 को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर संस्कृति को रंगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें गायक सोनू निगम और शान ने अपनी प्रस्तुति दी थी। यह आयोजन गौरीघाट के पास आयुर्वैदिक कॉलेज मैदान में हुआ था । ईस कार्यक्रम के दूसरे दिन सदर के गैरिसन ग्राउंड में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह आयोजित किया गया था जिसमें खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए थे। दोनों ही दिनों के कार्यक्रमों को भोपाल की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी मेसर्स एक्सीलेंसी एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने संपन्न कराया था और इस कंपनी के बिल फाइल में लगे हुए थे। तमाम बिलों की स्वीकृति मिलने के बाद 22 पेज की नोटशीट लगाकर कलेक्टर के ओएस यानि ऑफिस सुप्रीटेंडेंट के हवाले कर दिया था और ओएस के ऑफिस से में ही जमा फाईल में से अचानक 5 करोड़ की फाइल से जुड़ी नोटशीट  गायब हो गई जिससे कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है।

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व्हाइटनर से हुआ काले खेल का खुलासा 

सवा पांच करोड़ की फाइल में से करीब 23-24 पेज के नोट शीट के गायब हो जाने का खुलासा तब हुआ जब अधिकारियों के हाजिरी रजिस्टर में व्हाइटनर लगा हुआ पाया गया। अधिकारियों द्वारा अपने स्तर पर कराई गई जांच में यह पाया गया है कि कार्यालय अधीक्षक ने एक विशेष तारीख को अवकाश पर होना बताया था जबकि रजिस्टर चेक करने पर उसमें उनके हस्ताक्षर मौजूद थे। इसके बाद इस हस्ताक्षर पर व्हाइटनर लगाया गया। जब अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल की तो इस बात का खुलासा हुआ है कि पूरे मामले में कहीं न कहीं विभाग के ही अधिकारियों और कर्मचारियों की ही मिलीभगत है। लिहाजा इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी कलेक्टर को दी गई जिसके बाद कलेक्टर ने FIR के आदेश दे दिए हैं।

नोट शीट गायब होने से भुगतान में लगा गृहण 

अचानक कलेक्टर ऑफिस से नोटशीट गायब होने से बिल के भुगतान पर गृहण लग सकता है। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में हुए दो दिनों के इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग से 5 करोड़ 25 लाख 8 हज़ार 687 रुपए की मांग की गई थी जिसमें शासन की ओर से चार करोड़ 60 लाख 47 हज़ार की राशि जबलपुर के जिला प्रशासन को आवंटित की जा चुकी है। हाल ही में 65 लाख 36 हज़ार 687 रुपए की अतिरिक्त मांग शासन से की गई है यानी पूरी राशि के आने के बाद ही जिला प्रशासन के जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के द्वारा इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को भुगतान किया जाना था।  लेकिन इसके पहले ही मूल फाइल से नोट शीट के 23- 24 पेज के गायब हो जाने से कार्यक्रम का भुगतान खटाई में पड़ता नज़र आ रहा है।

थाने में एफआईआर के लिए भेजा गया है आवेदन 

यह आयोजन जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सीईओ हेमंत सिंह की देखरेख में आयोजित किया गया था और उनके द्वारा ही कलेक्टर को नोटशीट के गायब होने की जानकारी दी गई है। जिसके बाद संबंधित थाने को FIR के लिए पत्र लिखा गया है। शुरुआती दौर में अधीक्षक ब्रजेश ठाकुर, शुभम यादव और शौमिल पटेल नाम के कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि, क्या सीईओ हेमंत सिंह की छवि को खराब करने के लिए ये सब किया गया है या फिर माजरा कुछ और है।

JABLPUR

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