कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर जिले की भितरवार तहसील के चरखा गांव में सरकारी जमीन पर मूर्ति लगाने को लेकर शनिवार को विवाद हुआ था. इस दौरान पुलिस प्रशासन पर ग्रामीणों ने पथराव के साथ लाठियों से हमला बोला था. तब से गांव में बने तनाव के माहौल को खत्म करने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने ग्रामीणों के साथ चर्चा कर विवाद का पटाक्षेप किया है. ग्रामीणों की सहमति पर अब सरकारी जमीन पर नल जल योजना के तहत पानी की टंकी का निर्माण कार्य पहले की तरह ही हो सकेगा. वही ग्रामीणों की भावना को ध्यान में रखते हुए विधिवत आवेदन के साथ बाबा साहेब की मूर्ति को भी गांव में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है.

दरअसल चरखा गांव में जिस सरकारी जमीन पर नल जल योजना के तहत पानी की टंकी बनाई जानी थी, वहां पर एक जनपद सदस्य का काफी समय से कब्जा था. ऐसे में सरकारी पानी की टंकी बनने पर उस जमीन से कब्जा छूट रहा था, ऐसे में सरकारी जमीन पर स्थायी कब्जे के लिए वहां रातों रात बाबा साहब की मूर्ति लगा दी गई थी. जब प्रशासन की टीम ग्रामीणों को समझाने के साथ मूर्ति हटाने गई थी, तब गांव के लोगों ने पथराव करने के साथ लाठियों से हमला कर दिया. जिसके चलते असामाजिक तत्वों को खदेड़ कर पुलिस ने मूर्ति को अभिरक्षा में लेते हुए उसे सम्मान पूर्वक सुरक्षित स्थान पर रखवाया, लेकिन घटनाक्रम के बाद से गांव में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ था.

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जिस कारण गांव के साथ ही जिले में भी शांति कायम रहे इसको लेकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सभी ग्रामीणों से चर्चा की और विवाद का पटाक्षेप कराया,ग्रामीणों से हुई चर्चा के आधार पर उन्हें समझाया गया कि गांव में बनने वाली पानी की टंकी उन लोगों के हित में ही बन रही है. जिस पर ग्रामीण सहमत हो गए हैं. साथ ही सरकारी जमीन से हटाई गई बाबा साहब की मूर्ति को भी ग्रामीणों के विधिवत आवेदन पर उचित स्थान पर स्थापित करने का आश्वासन दिया, तब कही जाकर विवाद हल हो सका.

गौरतलब है कि ग्वालियर जिले के भितरवार तहसील अंतर्गत अलग-अलग इलाकों में बीते कई महीनों से सरकारी जमीन पर बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्ति लगाने के आधा दर्जन मामले सामने आए हैं, जहां काफी बवाल के बाद सरकारी जमीन से सम्मान पूर्वक बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्ति को हटाया भी जा चुका है. ऐसा ही मामला भितरवार से ही सामने आया था, जहां हुए विवाद के बाद समाधान निकाला गया है. ऐसे में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह का साफ कहना है कि जिन असामाजिक तत्वों द्वारा पुलिस प्रशासन पर लाठी और पत्थर से हमला किया गया उनको चिन्हित करने के साथ दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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