हेमंत शर्मा, रायपुर। मुख्यमंत्री निवास के सामने आत्मदाह की कोशिश करने वाले हरदेव सिन्हा का हाल चाल जानने के लिए बुधवार को जनता कांग्रेस अध्यक्ष अमित जोगी कालड़ा अस्पताल पहुंचे. अमित जोगी ने उनके पिता प्यारेलाल सिन्हा से मुलाकात के दौरान हरदेव की लड़ाई को जारी रखने का भरोसा दिलाया.

अमित जोगी ने इस अवसर पर हरदेव के पिता प्यारेलाल सिन्हा को अपनी ओर से एक लाख रुपए का चेक सौंपते हुए सरकार से घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की. इस अवसर पर उन्होंने हरदेव सिन्हा की स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हुए कहा कि डॉक्टर से उनकी चर्चा हुई है, जिसमें हरदेव के 65 प्रतिशत तक जलने के साथ उन्हें सांस लेने में हो रही दिक्कत की जानकारी दी गई है. हरदेव से मिला तो उसकी जीवटता देखने को मिली. बहादुरी के साथ वो जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है. छत्तीसगढ़ के सारे नौजवान उसके साथ खड़े.

सरकार कर रही लीपापोती

अमित जोगी ने कहा कि 14 साल की कड़ी तपस्या के बाद प्यारेलाल को पुत्र हुआ था. हरदेव की लड़ाई को जारी रखा जाएगा. 14,500 शिक्षक पद पर डेढ़ साल में भी भर्ती नहीं हुई. पुलिस बल के पद पर भर्ती नहीं की गई है. शिक्षक संघ और पुलिस बल के अभ्यर्थी आज मेरे साथ हैं, हरदेव से मिलने आए थे. सरकार इस घटना में लीपापोती कर रही है. ये दर्शाया जा रहा है कि वो पागल था. यह असत्य है. उसको मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया, वो मिलना चाहता था.

कलेक्टर की जांच तहसीलदार करेगा

जोगी ने कहा कि मैं देख रहा हूं कि कलेक्टर की जांच अब तहसीलदार करेगा. अगर सरकार कुछ छुपाना नहीं चाहती तो न्यायिक जांच कराए. हरदेव का हौसला बढ़ाने एक लाख का चेक अपनी तरफ से मैंने हरदेव के पिता को दिया है. जब योगेश साहू की घटना घटी तो भूपेश बघेल ने सरकार की विफलता बताई थी, लेकिन वो अभी तक हरदेव से मिलने नहीं आये हैं.

मेरे बच्चे को बचा लिया जाए बस

अमित जोगी से मुलाकात के दौरान प्यारेलाल सिन्हा फफक-फफककर रो पड़े. इस दौरान उन्होंने कहा कि हरदेव घर से निकला तो कुछ नहीं बताया था. वो रोजी-मजदूरी वो करता था. 100 रुपये जेब में नहीं है, वह कहा से फ़िल्म बनाएगा. मेरे बच्चे को किसी भी हालत में बचा लिया जाए, बस मैं यही चाहता हूं.