सुनील जोशी, अलीराजपुर। आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले में अमानक तिरंगा बांटने का मामला सामने आया है। मामला उजागर होने के बाद कांग्रेस नेताओं ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस ने ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।

जानकारी के अनुसार कलेक्टर के निर्देश पर झंडों को आजीविका समूहों द्वारा तैयार किया जाना था। जिले का जोबट इसका मुख्य सेंटर बनाया गया। अलीराजपुर जिले में करीब एक लाख इक्कीस हजार तिरंगे जिले में लगना है। जिसे लेकर कलेक्टर राघवेन्द्र ने स्पप्ट निर्देश दिए थे कि झण्डे आजीविका मिशन समूहों द्वारा तैयार किए जाने है। जिसे लेकर नोडल अधिकारी की नियुक्ति भी हुई है। नोडल अधिकारी हर घर तिरंगा घर घर तिरंगा अभियान में भी सप्लायर से सांठगांठ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी और तिरंगे अभियान को पलीता लगा दिया। आरोप है कि बिना भौतिक सत्यापन के तिरंगे झंडे का वितरण कर दिया गया।

ग्रामीण आजीविका मिशन प्रभारी डीपीएम अनुराधा पाटीदार का कहना है कि नगर पालिका अलीराजपुर में जो झंडे विक्रय केंद्र तक पहुंचाए गए थे। वह एनआरएलएम के समूह द्वारा तैयार नहीं किए गए थे। किसी अन्य एजेंसी से खरीदे गए थे। जब एजेंसी के संबंध में डीएम से बात की तो उनका कहना था कि आप नोडल अधिकारी से बात करिए। इस संबंध में प्रभारी जिला प्रबंधक विश्वजीत कुशवाह से बात की तो उनका कहना था कि जोबट प्रबंधक कपिल सूर्यवंशी को हर घर तिरंगा अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है आप उनसे बात करिए।

पिछले दिनों नगर पालिका द्वारा अमानक विक्रय किए गए राष्ट्रीय ध्वज को लेकर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष महेश पटेल का कहना है कि जिले में समूह का सिर्फ नाम होता है। सप्लाई तो ठेकेदार करते हैं। जब शासन का स्पष्ट निर्देश था कि राष्ट्रीय ध्वज सिर्फ समूह के द्वारा तैयार किए जाएंगे तो अन्य एजेंसी से लेने का क्या औचित्य? कहीं ना कहीं बड़े भ्रष्टाचार की बू आ रही है हमने कार्रवाई के लिए ज्ञापन भी दिया है।

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