यूपी के मुजफ्फरनगर में तेज गति से आ रहे एक कैंटर व एम्बुलेंस में आमने-सामने की भिडंत हो गई। जिसमें एम्बुलेंस सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। कैंटर चालक मौके से फरार हो गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस व ग्रामीणों ने एम्बुलेंस में फंसे लोगों को बामुश्किल बाहर निकाला औक उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। अभी तक मृतकों व घायलों की शिनाख्त नहीं हो पायी है, पुलिस शिनाख्त कराने का प्रयास कर रही है।

दरअसल, ककरौली थाना क्षेत्र के जोली-बेहड़ा रोड तिस्सा के पास शनिवार की देर रात्रि एक एम्बुलेंस संख्या यूपी 20टी-7148 कुछ मरीजों को लेकर मुजफ्फरनगर की ओर जा रही थी, जबकि सामने से तेज गति से एक केंटर जा रहा था। जब दोनों आमने-सामने पहुंचे, तो कैंटर चालक ने नियंत्रण खो दिया और उसने तेज गति से एम्बुलेंस में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि एम्बुलेंस से परखच्चे उड़ गये और एम्बुलेंस में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये।

जब यह हादसा हुआ, तो एक ग्रामीण वहां से गुजर रहा था, उसने घायलों को फंसे देखा, तो उसने अपने गांव के लोगों को सूचना दी। जिस पर ग्रामीण मौके पर पहुंच गये और पुलिस को भी सूचना दी। ग्रामीणों व पुलिस ने मिलकर एम्बुलेंस में फंसे लोगों को बाहर निकाला। जिनमें से तीन लोगों ने दम तोड़ दिया था। जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल थे।

घायलों को उपचार के लिए भोपा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत को नाजुक देखते हुए जिला चिकित्सालय के लिए रैफर कर दिया गया है। दूसरी ओर कैंटर भी एक खेत में पड़ा हुआ था और उसका चालक मौके से फरार था। माना जा रहा है कि जब घटना घटित हुई, तो कैंटर का चालक कैंटर से कूदकर फरार हो गया।

पुलिस द्वारा घायलों की शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन उनकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस के अनुसार जो एम्बुलेंस दुर्घटनाग्रस्त हुई है। वह बिजनौर की थी। जिसके चलते बिजनौर भी इस सूचना को प्रसारित कराया जा रहा है, ताकि घायलों की शिनाख्त हो गये। इस हादसे के बाद ककरौली थानाध्यक्ष सुनील कसाना, जौली चौकी प्रभारी पवन कुमार भारी पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गये थे और बड़े अधिकारी भी मौके पर पहुंच रहे थे।

कैंटर में भरी थी लोहे की नाल

ग्रामीणों के अनुसार जिस कैंटर ने एंबुलेंस को टक्कर मारकर दुर्घटनाग्रस्त किया है, उसमें लोहे की नाल भरी हुई थी और कैंटर ओवरलोड़ था। माना जा रहा है कि तेज गति के चलते रात में सामने से एम्बुलेंस आने के कारण कैंटर चालक अपना नियंत्रण खो बैठा था, क्योंकि उसके वाहन ओवरलोड़ था। नियंत्रण खोने के कारण ही यह बड़ा हादसा घटित हुआ है, जिसके चलते तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।