Animal Ambulance: इन दिनों कुत्तों के काटने या जानवरों को परेशान करने वाले काफी वीडियो सामने आते हैं. किसी वीडियो में कुत्तों के काटने की शिकायतें आती हैं तो किसी वीडियो में गली के कुत्तों को लोग परेशान कर रहे हैं. ऐसे में आपको एक काम करना चाहिए जो आपके और सभी के लिए फायदेमंद रहेगा. इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है. अगर आपको कोई घायल या आवारा जानवर दिखाई दे तो आप तुरंत मदद हासिल करने के लिए 1962 नंबर्स पर कॉल कर सकते हैं. इन नंबर्स पर आपको कई सर्विस मिल जाती है. इन प्लेटफॉर्म्स से तुरंत एनिमल रेस्क्यू करने के लिए टीम आ जाती है.

इसे हरियाणा राज्‍य के सीएसआर ट्रस्‍ट और डीएलएफ फाउंडेशन ने मिलकर शुरू किया है. फिलहाल इसे सिर्फ गुरुग्राम शहर में शुरू किया गया है. सभी आवारा जानवरों के लिए गुरुग्राम में अपनी तरह की पहली निःशुल्क पशु एम्बुलेंस सेवा होगी. एचएससीएसआरटी के सह-संयुक्त सचिव और गुरुग्राम के उपायुक्त आईएएस निशांत कुमार यादव और डीएलएफ फाउंडेशन की सीईओ गायत्री पॉल ने एक समझौते पर हस्‍ताक्षर किए हैं. जिसके तहत हरियाणा सरकार के पशुपालन और डेयरी विभाग के सहयोग से संकटग्रस्त आवारा जानवरों को समय पर चिकित्सा सहायता और आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए एंबुलेंस को शुरू किया गया है.

मध्य प्रदेश को मिले 407 पशु एंबुलेंस

मध्य प्रदेश सरकार के इस एंबुलेंस में गाय और अन्य पशुओं के इलाज के लिए डॉक्टर और कंपाउंडर भी मौजूद रहेंगे. प्रदेश में कुल 407 एबुंलेंस हर ब्लॉक स्तर पर चलाए जाएंगे. इस एंबुलेंस की सेवा लेने के लिए पशुपालकों को टोल फ्री नंबर 1962 पर कॉल करना होगा. इस नंबर पर संपर्क करने के कुछ ही वक्त के अंदर एंबुलेंस पशुपालकों के घर पहुंच जाएंगे. इस सुविधा के लागू होते ही पशुपालकों के लिए अपने बीमार पशुओं का इलाज कराना आसान हो जाएगा.

उत्तर प्रदेश में भी इस योजना की हुई थी शुरुआत

बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में भी इस तरह की योजना की शुरुआत की गई थी. राज्य को केंद्र सरकार की तरफ से तकरीबन 502 एंबुलेंस दिए गए हैं. जानवरों की बीमारी की हालत में 1962 पर डायल करके यह सुविधा पशुपालकों को मिल सकेगी. इस एंबुलेस सेवा के शुरू होने के बाद गाय बिना किसी देरी के वेटेनरी हॉस्पिटल भेजी जा सकेंगी. इससे समय रहते दुधारू पशुओं की जान बचाई जा सकेगी.

आंध्र प्रदेश में भी लागू हो चुकी है ऐसी योजना

बताते चलें कि इस तरह की योजना की शुरुआत साल 2022 में आंध्र प्रदेश में भी हो चुकी है. राज्य सरकार ने 175 एंबुलेंस पर कुल 143 करोड़ रुपये खर्च किए थे. आंध्र प्रदेश में इस योजना की सफलता के बाद, यूपी सरकार ने भी ट्रायल के तौर पर इसकी शुरुआत कर दी है. अब मध्य प्रदेस में भी ठीक इसी तरह की एंबुलेंस सेवा शुरू की गई है.

बता दें कि एम्बुलेंस सेवा (Animal Ambulance Number) पूरी तरह से फ्री होगी और इससे चोट और दुर्घटनाओं से पीड़ित आवारा जानवरों को लाभ मिलेगा. यह गुरुग्राम के राजीव चौक स्थित पशुपालन विभाग के उप निदेशक कार्यालय में तैनात रहेगी. और पूरे गुरुग्राम जिले के साथ-साथ हरियाणा के अन्य हिस्सों में भी जरूरत के अनुसार अपनी सेवाएं प्रदान करेगी.