विप्लव गुप्ता,पेंड्रा.  धान के कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढ़ में किसान इन दिनों कर्ज के बोझ से दबा हुआ है. लगातार हो रही किसानों की आत्महत्या के बावजूद सरकार किसानों की कर्जमाफी करना तो दूर सहकारी बैंक किसानों को  लगातार कर्ज पटाने के लिए नोटिस पर नोटिस थमाए जा रहा है .  सरकार जहां एक और विकास यात्रा निकाल कर विश्वसनीय छत्तीसगढ़ खुशहाल छत्तीसगढ़ का दावा कर रही है वही किसान आत्महत्या कर अपनी जान दे रहा है.
किसान की आत्महत्या का एक और मामला पेंड्रा विकासखंड के कुदरी गांव से आया है. जहां मरवाही के पिपरिया गांव में रहने वाला  सुरेश सिंह मरावी ने अपने ससुराल में आकर आत्महत्या कर ली, चार बेटियों का पिता यह किसान 12 एकड़ खेती खेतिहर जमीन का मालिक है . परंतु पिछले 4 वर्षों से लगातार अल्प वर्षा के कारण सूखे की मार झेल रहा है या किसान सेवा सहकारी समिति लरकेनी  समिति से 120000 रुपए कर्ज लिया था. परंतु पिछले 4 सालों में यह कर्जा बढ़कर लगभग 170000 हो गया था. और इस बार के अवर्षा के कारण यह किसान अपने खेत में एक दाना भी फसल उत्पादित नहीं कर पाया.
जिसके कारण सेवा सहकारी समिति लरकेनी ने कर्ज पटाने के लिए किसान सुरेश सिंह पर लगातार नोटिस पर नोटिस किया. लेकिन किसान की  नियत में कहीं कमी नहीं थी कमी थी तो सिर्फ पैसे की और लगातार नोटिस से गांव वालों के बीच खुद को हंसी का पात्र महसूस करता था, साथ ही परिवार पालने के लिए स्थानीय स्तर पर कुछ छोटे-मोटे कर्ज हो गए थे.
और इस बार के फसल  नुकसान का सूखा राहत राशि का ₹13000 का मुआवजा शासन ने चेक  के माध्यम से सुरेश को दिया था जिसे भुनाने की नियत से उसे बैंक में जमा कर राशि आने के इन्तजार करने लगा.  इसी राशि से  वो स्थानीय कर्ज पटाना चाहता था. लेकिन  बैंक की लेटलतीफी के कारण 13000 का मुआवजा राशि 15 दिन बीत जाने के बाद भी कलेक्शन होकर उसके खाते में नहीं आ सकी.  जिसके कारण कर्ज का बोझ इसे सताने लगा और तंग आकर अपने परिवार के साथ ससुराल कुदरी आ गया. जहां उसने गुरुवार शाम बच्चों को कमरे में सुलाने के बाद  स्वयं दुसरे सूने कमरे में आत्महत्या कर के अपनी जान दे दी. घटना के बाद से ही  परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल है. परिजनों का आरोप है कि सुरेश लगातार कर्ज के बोझ से परेशान था और वही उसके मौत का कारण है.
वहीं पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि  किसान सुरेश सिंह 3 माह पहले भी एक बार अपने घर पिपरिया में आत्महत्या की कोशिश कर चुका था. जिसकी जांच अभी चल ही रही थी, की ससुराल में आकर सुरेश ने अंततः अपनी जान दे दी. फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम मामले की जांच शुरु कर दी है.