अम्बिकापुर। शहर में इन दिनों असामाजिक तत्वों के हौसले इतने बुलंद हो चले हैं कि अब पत्रकारों को भी अपना निशाना बनाने से नहीं घबरा रहे हैं. ताजा मामला शहर के दो पत्रकारों पर जानलेवा हमले का है, जिसमें पुलिस कार्रवाई कर पाती इसके पहले ही आरोपियों ने दोबारा से पत्रकार पर हमला कर दिया.

पत्रकार सुशील बखला और शिव शंकर साहनी पर 22 जून को दोपहर 1.30 बजे नमनाकला में मारपीट की गई, जिसकी शिकायत दोनों ने कोतवाली थाने में दर्ज कराई थी. मामले में पुलिस ने पूरी तरह से सुनवाई भी नहीं की थी कि आरोपियों ने सुशील कुमार बखला पर 23 जून की रात को फिर से हमला कर दिया. मामले पर पत्रकार ने तत्काल थाने पहुंचकर इसकी शिकायत दर्ज कराई.

विवाद की जानकारी देते हुए सुशील बखला ने बताया कि उनके पास कुछ दिनों से एक फोन आता रहा है कि आपसे मिलना है. इस पर सुशील ने अपने साथी शिव शंकर साहनी के साथ युवक से मिलने के लिए जैसे ही वह तयशुदा स्थान तक पहुंचा उन पर चार-पांच लोगों ने हमला कर दिया.

सुशील किसी तरह से वहां से अपनी जान बचाकर भाग गया, लेकिन उसका साथी साहनी आरोपियों के पकड़ में आ गया, जिसके साथ आरोपियों द्वारा मारपीट की गई. पत्रकार से जब विवाद का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनकी चलाई गई खबरों से आरोपियों  को समस्या हो सकती हो, जिस कारण वह मुझसे विवाद कर रहे हैं.

वहीं मामले की जानकारी लगते ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने तत्काल कार्रवाई करने पुलिस के आला अधिकारियों को निर्देश दिए हैं, लेकिन दिन-दहाड़े पत्रकारों पर हमले ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए हैं.