रायपुर. ई-वे बिल एवं जीएसटी समाधान कार्यक्रम के संयोजक युवा चेम्बर के संगठन मंत्री निलेश मूंदड़ा एवं उपाध्यक्ष विकास पंजवानी ने बताया कि​ ई-वे बिल की आवश्यकता इसलिए पड़ी कि, यदि माल की बिक्री करने पर ​कोई जांच नहीं हुई तो कुछ लोग उस ब्रिकी पर कर भुगतान नहीं कर रहे है. लेकिन ई-वे बिल जारी करने पर ऐसा नहीं हो सकेगा, क्योंकि ई-वे बिल बनेगा या केन्सल होगा या रिजेक्ट होगा, उसका पूरा रिकार्ड पोर्टल में रहता है.

लेकिन छत्तीसगढ़ में एक स्थान से दूसरे स्थान पर माल भेजने पर ई-वे बिल तभी लगेगा जब ​यदि माल का मुल्य 50000/—रुपये से अधिक हो तथा माल एक जिले से दूसरे जिले भेजा जा रहा है. तो सिर्फ नोटिफाई 15 आईटमों पर ही ई-वे बिल जारी करना हेागा, लेकिन एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में माल भेजने के लिए केन्द्रीय सरकार द्वारा जारी नियम लागू होंगे.

कोई भी मोटर व्हीकल जैसे- ट्रक, बस, कार, बाइक, रेल, हवाई, जहाज, पानी जहाज, इत्यादि तथा माल का मूल्य बिल से ही तय होगा, लेकिन यहां एक बात ध्यान देने वाली यह है, कि ई-वे बिल में गलती हो जाती है, जैसे पार्ट-बी को खाली रखना या ई वे-बिल ही जारी नही करना, ऐसे में गलती चाहे माल भेजने वाला करे, चाहे ट्रांसपोर्टर करे या माल प्राप्त करने वाला करे, पेनाल्टी का भार माल प्राप्त करने वाले को होता है. पेनाल्टी जो है वह टैक्स के 100 प्रतिशत के बराबर है. यदि माल का मालिक स्वयं माल छुड़ाने आ जाता है लेकिन यदि माल का मालिक सामने नहीं आता तो पेनाल्टी माल के मूल्य के 50 प्रतिशत तक होगी.

यदि पार्ट-बी भी नहीं भरा तो भी ई-वे बिल अमान्य होगा. ई वे बिल एवं जीएसटी समाधान केनाम से मैक कालेज आडोटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यवक्ता सीए चेतन तारवानी ने कही. तारवानी ने इसके साथ ही इनकम टैक्स के संबंध में चर्चा कर बताया कि अब समय आ गया है कि हम अपनी आय का सही गणना कर टैक्स का भुगतान करें तभी हमारी आने वाली पीढ़ी हम पर गर्व करेगी.

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चेम्बर संरक्षक एवं रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्रीचंद सुन्दरानी, विशेष अतिथि महौपौर प्रमोद दुबे, संयुक्त अध्यक्ष बिनय कुमार बजाज, चेम्बर महामंत्री लालचन्द गुलवानी, उपाध्यक्ष राजेश वासवानी, मंत्री सुदेश मंध्यान, ट्रांसपोर्ट चेम्बर के प्रदेश अध्यक्ष हरचरण सिंह साहनी सहित करीब 500 लोग उपस्थित रहे.

यह कार्यक्रम जेसीआई रायपुर मेट्रो, युवा चेम्बर एवं रायपुर सराफा एसोसियेशन के विशेष सहयोग से संपन्न हुआ.