हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित होता है. ऐसा माना जाता है कि प्रत्यक्ष दिखने वाले सूर्य भगवान की पूजा करने से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि और भाग्य का आगमन होता है. Read More – फाल्गुन माह में जरूर करें कृष्ण जी के इन 3 रूपों की पूजा, घर में आएगी सुख-समृद्धि

ऐसी भी मान्यता है कि रविवार के दिन देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को उनका विशेष अशीर्वाद मिलता है. अपनी मनचाही इच्छाओं को पूरा करने के लिए रविवार के दिन, देवी दुर्गा की पूजा के वक्त उन्हें श्रृंगार की वस्तुएं, लाल रंग के वस्त्र, लाल पुष्प, लाल चंदन और लाल रंग के फल अवश्य चढ़ाएं. ऐसा करने से जीवन में आने वाले सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है. पूजा के दौरान देवी के महामंत्र ”सर्व मंगल मागंल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके. शरण्येत्रयम्बिके गौरी नारायणी नमोस्तुते” का जप अवश्य करें.

रविवार के दिन भगवान भैरव की पूजा करने का भी विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि भगवान भैरव को देवों के देव महादेव का उग्र रूप माना जाता है. रविवार के दिन भगवान भैरव की पूजा करने से भक्तों को जल्द ही फल मिलता है. माना जाता है कि रविवार के दिन भैरव पूजा करने से वे जल्दी प्रसन्न होते हैं और साधक की सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं. इस दिन पूजा करते वक्त भगवान को पुष्प, मौसमी फल, नारियल, पान, मदिरा, सिंदूर, आदि अवश्य चढ़ाएं. इसके साथ-साथ भैरव मंत्र ॐ काल भैरवाय नमः मंत्र का जप करें.