रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा महिलाओं, विशेष रूप से अनुसूचित जाति, जनजाति,अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक महिलाओं के उत्थान हेतु उत्कृष्ट कार्य करने वाली राज्य की महिला तथा अशासकीय संस्थाओं को प्रतिवर्ष “मिनी माता सम्मान (महिला उत्थान)” प्रदान किया जाता है। इसके तहत एक महिला या संस्था को दो लाख रुपये की राशि तथा प्रशस्ति पट्टिका सम्मान के रूप में प्रदान की जाती है। इस सम्मान हेतु वर्ष 2020 के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित किया गया है।

इसके लिए महिला या संस्था को पूर्ण परिचय देते हुए महिलाओं के उत्थान के लिए किये गये सेवा कार्यो की सप्रमाण विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराना होगा।इस आशय का प्रमाण पत्र भी संलग्न करना होगा कि उपलब्धियाँ वास्तविक तथ्यों पर आधारित है। यदि कोई अन्य पुरस्कार प्राप्त किया हो तो उसका विवरण भी प्रस्तुत करना होगा। उत्कृष्ठ सेवा कार्य के सम्बन्ध में कोई प्रतिवेदन प्रकाशित हुआ हो तो उसका विवरण एवं प्रकाशित प्रतिवेदन की छायाप्रतियाँ, महिलाओं के उत्थान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के सम्बन्ध में प्रख्यात पत्र-पत्रिकाओं तथा संस्थाओं द्वारा की गई टिप्पणियों की छायाप्रतियाँ या सत्य प्रतिलिपियाँ के साथ अन्य सुसंगत दस्तावेज जो आवश्यक हो प्रस्तुत करना होगा।इस पुरस्कार के लिए चयन होने की स्थिति में पुरस्कार प्राप्ति के सम्बन्ध में आवेदक की लिखित सहमति भी आवश्यक होगा।

यह सम्मान किसी भी महिला या संस्था को केवल एक बार ही प्राप्त हो सकेगा। विगत वर्ष में निर्धारित मापदण्ड़ों की पूर्ति करने वाली ऐसी महिलाएँ या संस्थाएँ जिन्हे यह सम्मान विगत वर्ष प्राप्त नहीं हुआ है। इस वर्ष पुनः प्रविष्टियाँ प्रस्तुत कर सकेगी। शासकीय एवं अर्द्धशासकीय संस्थाएँ तथा शासकीय सेवक इस सम्मान के लिए पात्र नहीं होंगे।पुरस्कार के लिए प्रविष्टियाँ सम्बन्धित जिला कार्यालय, महिला एवं बालविकास विभाग को 18 अक्टूबर 2020 तक प्रस्तुत की जा सकेगी। प्रविष्टि सीलबन्द लिफाफे में प्रस्तुत की जाए एवं लिफाफे के ऊपर “मिनी माता सम्मान “(महिला उत्थान)” वर्ष 2020 अंकित किया जाए। निर्धारित तिथि के पश्चात् प्राप्त प्रविष्टियों पर विचार नहीं किया जाएगा।