नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के चिंगरावठी में गोकशी के शक में हुई हिंसा में पुलिस ने आर्मी जवान जीतू फौजी समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया है. लेकिन अब तक पुलिस ने उन 14 गायों के मालिक की तलाश नहीं कर सकी है. हालांकि जोर-शोर से तलाश की जा रही है. ये का गाएं यूपी में बुलंदशहर के चिंगरावठी गांव के पास मारे गए थे. इसी के बाद 3 दिसंबर को बुलंदशहर में हिंसा हुई थी. इस हिंसा में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध सिंह सहित दो लोगों की मौत हो गई थी. पुलिस का कहना है कि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि ये गायें चोरी की थीं या छुट्टा थीं.

दर्ज नहीं हुई गाय चोरी की कोई शिकायत

यूपी पुलिस के एक वरिष्‍ठ अधिकारी का कहना था, ‘गाय चोरी की कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है, लेकिन हम हर रोज अपनी टीम हाइवे के नजदीक बसे कम से कम छह गांवों और स्‍याना के भीतर चार गांवों में भेजकर लोगों से पूछ रहे हैं कि क्‍या उनकी कोई गाय गुम है.’

पुलिस ने नवंबर में पकड़ी थीं 16 गायें

यूपी पुलिस के सूत्रों का कहना है कि उन्‍होंने नवंबर में बुलंदशहर के पास से तीन ट्रैक्‍टर पकड़े जिसमें 16 गायों को ले जाया जा रहा था, पर इनके पास से इन गायों को खरीदने से संब‍ंधित 3 लाख रुपए मूल्‍य के दस्‍तावेज थे.

योगी सरकार के दौरान इतने केस हुए दर्ज

यूपी पुलिस ने रविवार को इस बात का भी खुलासा किया था कि उन्‍होंने योगी सरकार के दौरान जून 2017 से नवंबर 2018 के बीच यूपी गोरक्षा अधिनियम, 1955 के तहत 3 हजार 650 आपराधिक केस दर्ज किए हैं. साथ ही इस दौरान गौरक्षा अधिनियम के उल्‍लंघन के 10 हजार 613 मामले भी दर्ज हुए.