रायपुर। भूपेश बघेल के गुंडों ने भाजपा के कार्यालय पर हमला किया, यह अत्यंत निंदनीय दुर्भाग्यपूर्ण है. भूपेश बघेल अपने गुंडों को अपने नियंत्रण में रखें. पुलिस-प्रशासन मूकदर्शक बने रहे. पुलिस सत्ता के इशारे पर कार्य ना करे, अपने दायित्वों का निर्वहन करे. यह बात भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने शुक्रवार को हुई घटनाक्रम को लेकर मीडिया से चर्चा में कही.

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में किए गए हमले पर प्रेस कांफ्रेंस कर पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अब पूर्व सांसद हो गए हैं, 2019 में उन्होंने पिछड़ा वर्ग के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. प्रकरण की सुनवाई के पश्चात उन्हें 2 वर्ष की सजा सुनाई गई, तत्पश्चात लोकसभा की सदस्यता समाप्त की गई.

कांग्रेस स्वयं चाहती थी समाप्त हो सदस्यता

अरुण साव ने कहा कि राहुल गांधी बयानबाजी के बाद पिछड़ा वर्ग से माफी मांगने के बजाय अपनी बात पर अडिग रहे. पिछड़ा वर्ग के जख्म में नमक लगाने का प्रयास किया गया, उनके बयान को सही ठहराने का प्रयास किया गया. इसमें बीजेपी का कोई हाथ नहीं था. कांग्रेस स्वयं चाहती थी कि उनकी सदस्यता समाप्त हो.

अंहकार के कारण गई राहुल की सदस्यता

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पवन खेड़ा के मामले में 15 मिनट में कोर्ट गए, और इस मामले में अब तक कांग्रेस कोर्ट नहीं जा पाई. राहुल गांधी की सदस्यता उनके अहंकार के कारण गई है. 4 साल तक समय था. तेली समाज से माफी नहीं मांगी, न्यायालय ने भी मौका दिया. उन्हें लगा कि वह कानून बड़े हैं. देश से बड़ा समझने का काम राहुल गांधी ने किया. पहले भी 10 से अधिक सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गई है.

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