मुकेश मिश्रा, अशोकनगर। मध्यप्रदेश में बच्चों के लिए सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं. अशोकनगर जिले में अपने क्षेत्र के आसपास के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिले, इसलिए महिदपुर के ग्रामीण ने अपनी बेशकीमती जमीन शासन को दान करने का निर्णय लिया है. अन्य ग्रामीणों के साथ कलेक्टर के पास पहुंचकर उन्होंने जमीन दान करने की मनसा व्यक्त की है. पोता भी दादा के पद चिन्हों पर चल पड़ा है.

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दरअसल पूरा मामला अशोकनगर से 30 किलोमीटर दूर महिदपुर गांव का है, जहां सीएम राइस स्कूल स्वीकृत हुआ था. इसके लिए लगभग 10 बीघा जमीन की आवश्यकता शासन को थी. लेकिन मौके पर शासन की कुल 6 बीघा जमीन ही निकली. जिस कारण प्रशासन ने इस स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट करने का मन बनाया. जैसे ही महिदपुर गांव के बृजेंद्र सिंह रघुवंशी को इस बात की जानकारी लगी, तो उन्होंने तत्काल 25 लाख कीमत की अपनी 4 बीघा जमीन शासन को दान करने की घोषणा कर दी.

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इतना ही नहीं उन्होंने ग्रामीणों के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर आर उमामाहेश्वरी से जमीन दान करने का आग्रह किया. जिसके बाद कलेक्टर ने एसडीएम से मिलने की बात कही. जहां दान पत्र की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. बता दें कि ग्रामीण बृजेंद्र सिंह रघुवंशी के दादा स्वर्गीय नथन सिंह रघुवंशी गांव में 40 वर्षों तक सरपंची संभाल चुके हैं. उनके कार्यकाल में स्वयं की जमीन पर स्कूल, सोसाइटी, पंचायत भवन बनवाए गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने अपनी दो बीघा जमीन में गांव के निर्धन लोगों के लिए मकान भी तैयार कराए है.

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बृजेंद्र सिंह रघुवंशी का कहना है कि शिक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है. मैं भी गांव से शहर जाकर पढ़ाई करता था. इसलिए मुझे पता है कि शिक्षा का महत्व क्या होता है? लेकिन शासन की इतनी बड़ी योजना का लाभ हमारे ही गांव में हमारे ही बच्चों को मिलेगा. इसके लिए मेरे द्वारा यह निर्णय लिया गया है. यह मेरा सौभाग्य है कि मैं मेरे दादाजी के पद चिन्हों पर अग्रसर हूं. इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों के अलावा जिले घर में ग्रामीण कि इस कदम की प्रशंसा की जा रही है.

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