रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 1 सितंबर को गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के ग्राम तवाडबरा के प्रवास पर थे. इस दौरान एक बैगा आदिवासी स्कूली छात्रा सरस्वती के आग्रह पर जिले में आश्रम-छात्रावासों प्रारंभ करने की घोषणा की थी. इस पर शिक्षा विभाग ने त्वरित अमल किया है.

सरस्वती बैगा ने गौरेला के ज्योतिपुर स्थित कमला नेहरू प्री.मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास प्रारंभ कराने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया था. यह छात्रावास आज 2 सितंबर से शुरू हो गया है. इस छात्रावास की छात्राओं ने मुख्यमंत्री बघेल को इसके लिए धन्यवाद दिया है.

छात्रावास खुलने से सुदूर अंचलों के बच्चों के लिए अपने स्कूल जाकर पढ़ाई करना संभव हो सकेगा. छात्रावास बंद होने से दूर के गांवों के बच्चों के लिए अपने घर से लगभग 20-25 किलोमीटर दूर स्थित स्कूल जाना संभव नहीं हो पा रहा था. मुख्यमंत्री बघेल के संवदेनशील फैसले से अब बैगा आदिवासी स्कूली छात्रा सरस्वती बैगा सहित अनेक विद्यार्थियों की समस्या का समाधान हो गया है.

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