सुप्रिया पांडे. रायपुर.  आश्रम वेब सीरीज को लेकर मध्यप्रदेश में वेब सीरीज के निर्माता और निर्देशकों के साथ मारपीट हुई है. काफी लोग आश्रम वेब सीरीज का नाम बदलने की मांग भी कर रहे हैं, उसी मामले में छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास का बयान सामने आया है. (ये है आश्रम वेब सीरीज-2)

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उन्होंने कहा है कि आश्रम पवित्र आस्था का केंद्र है, इस तरह की फिल्में बनाकर आश्रम शब्द को बदनाम नहीं करना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा हैं कि यह बातें फिल्म तक ही सीमित नहीं है, वास्तविकता में भी लोग भगवान को बदनाम करने की कोशिश करते हैं. आजकल सनातन धर्म के देवी-देवताओं को बड़े ही विकृत ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि आजकल लोग किसी भी स्थान पर भगवान की तस्वीर लगा देते हैं, लेकिन अब सनातन धर्म के लोग इसका विरोध करेंगे, जल्द ही इसे लेकर एक अभियान चलाया जाएगा. इस संबंध में साधु संतों के साथ विचार विमर्श किया जाएगा और जो भी इस तरह के कृत्य को अंजाम देगा उस पर दंडात्मक कार्यवाही भी किए जाने पर चर्चा होगी.

ये है पार्ट-1

इस सीरीज की कहानी की बात करें तो एक ऐसे बाबा के आश्रम के इर्द गिर्द घूमती है जहां पर हर तरह के गैरकानूनी काम किए जाते हैं. आश्रम की सच्चाई यहां पर रहने वाली एक लड़की को पता चलती है जो कि बाबा का पर्दाफाश करने वाली है. सीजन 3 में ये लड़की बाबा के असली रूप से दुनिया को परिचित करा सकती है. वहीं अपने अपने असली रूप को छिपान के लिए इस वेब सीरीज के मुख्य किरदार बॉबी देओल और ज्यादा खूंखार नजर आते है.