सत्यपाल राजपूत, रायपुर। छत्तीसगढ़ के किसान कृषि क़ानून वापसी के बाद से जश्न मनाने की तैयारी में हैं.  किसान नेता तेजराम विद्रोही ने कहा कि तीनों काले कृषि क़ानून वापसी हमारी जीत है. न्यूनतम समर्थन मूल्य में भी सहमति बनी. कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य रहेंगे. आंदोलन के दौरान लगभग 700 किसानों की मौत हुई है. 48 हज़ार किसानों पर दर्ज FIR वापस लिया जाएगा.

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किसान नेता तेजराम विद्रोही ने कहा कि आंदोलन वापसी को लेकर बैठक जारी है. आंदोलन ख़त्म करने को लेकर सहमति बन गई है. औपचारिक रूप से ऐलान बाक़ी है, जो हमारी मांग है, वो देर से ही सही मान ली गई है. तीन काले कृषि क़ानून को वापस केंद्र सरकार ने ले लिया है.

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साथ ही बताया कि एमएसपी की मांग को लेकर कमेटी में संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य रहेंगे. यह भी मांग मानी गई है, जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने प्रकाश पर्व के दिन कृषि कानून वापसी को लेकर घोषणा की और वापिस ले ली गई. कमेटी की बात कही गई थी, लेकिन उसमें संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य रहने की मांग की गई थी. इस मांग को मान ली गई है.

वहीं किसान नेताओं ने बताया कि लगभग 700 किसानों के आंदोलन के दौरान मौत हुई है. इन सभी के परिजनों को मुआवज़ा राशि दी जाएगी. साथ ही 48, हज़ार किसानों पर एफ़आइआर दर्ज की गई है, उसको वापस लिया जाएगा.

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