हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी अहिल्या बाई होलकर चोइथराम मंडी दो महीने के बाद मंगलवार से शुरू हो गई है, लेकिन शासन ने केवल प्याज की नीलामी का काम शुरू करने की अनुमति दी है. मंगलवार को मंडी खुलते ही बड़ी संख्या में व्यापारी और किसान मंडी में पहुंचे और नीलामी शुरू की गई. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियाँ भी उडी.

बता दें कि कोरोना कर्फ्यू के बाद मंडी मंगलवार को खुल गई है. इस दौरान मंडी में पहुंचे लोग न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आए और न ही मास्क पहने भी नजर आए. हालांकि बाद में मौके पर कलेक्टर मनीष सिंह ने दौरा किया और मंडी प्रबंधन को टीकाकरण शिविर लगवाकर शत-प्रतिशत टीकाकारण कराने के निर्देश दिए.

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प्रशासन के ने ये भी नियम लागू किया है कि मंडी में माल नीलामी में उन्हीं किसानों और व्यापारियों को एंट्री दी जाएगी, जो अपना टीकाकरण प्रमाण पत्र दिखाएगा. जानकारी के मुताबिक मंडी का व्यापार बंद होने से हर दिन करीब 10 करोड़ रुपए के व्यापार का नुकसान भी हो रहा था. मंगलवार 30 से 40 गाड़ी की आवक हुई है और अब इस सप्ताह 70 से 80 गाड़ियों की आवक होगी. यानी 50 से 60 हजार बोरा प्याज मिल सकेगा. साथ ही यूपी, बिहार, बंगाल, महाराष्ट्र व अन्य प्रदेशों की मंडिया में भी प्याज निर्यात किया जाएगा.

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