कोरबा। कौन कहता है की आज भी ईमानदारी जीवित नहीं है,लेकिन ईमानदारी जिंदा है. जी हां कोरबा में ईमानदारी की मिसाल एक ऑटो चालक ने पेश की है.
दरअसल बालकोनगर के सेक्टर ५ से उर्मिला संडेल सुबह ऑटो में सवार होकर रेलवे स्टेशन के लिए निकली.महिला ने टीपी नगर चौक में दूसरे ऑटो में सवार होकर रेलवे स्टेशन रवाना हुई. स्टेशन के करीब पहुंचते ही याद आया कि 80 हजार नगद, सोने-चांदी सहित जरुरी दस्तावेज और कपडे से भरा बैग तो ऑटो में भूल गई है.
महिला ने दूसरे ऑटो चालक महादेव को इसकी जानकारी देकर वापस टीपी नगर चौक ले जाने कहा.ऑटो चालक ने ढांढस बंधाते परेशान नहीं होने की सलाह दी और ऑटो चालक ऑटो संघ कार्यालय लेकर पंहुचा. वहां नजारा देख कर रो पड़ी. क्योंकि उसके गुम हुए बैग हाथ में लिए ऑटो चालक ओमप्रकाश महतो पहले से ही वहां खड़ा था.ऑटो चालक की ईमानदारी को देखकर महिला ने ऑटो चालक की खूब सराहना की. ऑटो चालक संघ ने चालक भी उसकी ईमानदारी से अभिभूत हो गए.