Baba Badri Vishal: उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम में हाल ही में हुई भारी बर्फबारी से पूरा क्षेत्र सफेद चादर में ढक गया है. भगवान बद्री विशाल का मंदिर भी बर्फ की मोटी परत से घिर गया है, जिसे हटाने का कार्य जारी है. बर्फबारी के कारण बद्रीनाथ धाम का नज़ारा अत्यंत मनमोहक हो गया है, जिससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों में उत्साह है. हालांकि, तापमान में भारी गिरावट आई है, जिससे ठंड बढ़ गई है.

मौसम विभाग ने उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है, इसलिए यात्रा की योजना बनाते समय सावधानी बरतना आवश्यक है. चारधाम यात्रा की शुरुआत इस साल 30 अप्रैल से हो रही है. सबसे पहले केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, इसके बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट भक्तों के दर्शन के लिए खोले जाएंगे. हर साल लाखों श्रद्धालु इस यात्रा पर आते हैं, और इस बार भी प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए पूरी तैयारी कर रहा है.

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श्रद्धालु बर्फबारी के बीच इस पवित्र धाम की यात्रा को लेकर उत्साहित हैं, लेकिन उन्हें मौसम की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए पूरी सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने उत्तराखंड के देहरादून, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, कुछ जिलों में बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में अधिक बर्फबारी हो सकती है, जबकि अन्य स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा.

Baba Badri Vishal. 17 मार्च को बद्रीनाथ धाम में 2 से 3 फीट तक बर्फ जम गई थी. इसके अलावा, 15 मार्च को भी बद्रीनाथ में बर्फबारी हुई थी. इन तिथियों के आसपास की बर्फबारी के कारण मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है, जिससे यात्रा और निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं. 20 मार्च को भी बर्फबारी के कारण मंदिर परिसर पूरी तरह से बर्फ की चादर से ढक गया.

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