प्रयागराज. मदिरा प्रेमियों के लिए बुरी खबर है. देशी शराब के शौकीनों को इस बार पव्वा पीने पर जेब ढीली करनी पड़ेगी. आबकारी विभाग बीयर के साथ ही देशी पव्वे का दाम भी बढ़ाने की तैयारी कर रहा है. यह प्रस्ताव नई आबकारी नीति के लिए बनाकर मुख्यालय से शासन को भेजा गया है. शासन से अनुमति मिलते ही इस पर मुहर लग जाएगी. 

बताया जा रहा है कि देशी पव्वे का दाम बढ़ाने का मुख्य कारण अंग्रेजी शराब की बिक्री पर पड़ा असर है. वर्ष 2021-22 की आबकारी नीति में देशी पव्वे पर पांच रुपए कोविड सेस लगाया गया था. इसलिए 65 रुपए के पव्वे की कीमत 70 रुपए हो गई थी, जबकि वर्ष 2022-23 की आबकारी नीति में कोविड सेस कम कर दिया गया. इससे देसी पव्वा वापस 65 रुपए का हो गया, जबकि कोरोना के कारण बीयर की सेल भी प्रभावित हुई थी. इस कारण बीयर भी 10 रुपए प्रति केन सस्ता हुआ था. लिहाजा बीयर की सेल जबर्दस्त बढ़ी. 

आबकारी मुख्यालय के अफसरों की मानें तो लगभग 40 फीसदी सेल बीयर की बढ़ी. अंग्रेजी शराब के दाम बढ़ाए गए थे. वो वर्ग जो अंग्रेजी से देसी के बीच का है, देशी शराब की ओर शिफ्ट कर गया. ऐसे में देसी शराब की बिक्री तो 10 फीसदी बढ़ी, लेकिन अंग्रेजी शराब की बिक्री 10 फीसदी कम हुई. इसे लेकर राजस्व का दबाव अंग्रेजी शराब की दुकान के अनुज्ञापियों पर बढ़ गया. अनुज्ञापियों ने भी अपना पक्ष रखा था.

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अफसरों का कहना है कि यही कारण है कि देशी पव्वे के दाम को इस बार 10 रुपए प्रति पव्वा बढ़ाने का प्रस्ताव दिया गया है, कोरोना का असर खत्म होने के कारण बीयर के दाम भी 20 रुपए प्रति केन तक बढ़ाने का प्रस्ताव हुआ है. वहीं अंग्रेजी शराब की कीमतों में इस बार बदलाव न करने का प्रस्ताव दिया गया है. मुख्यालय से नई आबकारी नीति का प्रस्ताव पिछले दिनों शासन भेज दिया गया है. शासन से अनुमति मिलते ही स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. 

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