भिलाई। छत्तीसगढ़ में दिनो-दिन अपराधियों के हौंसले बुलंद होते जा रहे हैं. राजधानी रायपुर में गोलीबारी कर लूट के बाद दुर्ग जिले में भी दिन-दहाड़े गोलीबारी कर 9 लाख रुपये लूटने का मामला सामने आया है. घटना के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. जिस जगह बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया है वह जगह कोई सूनसान जगह नहीं बल्कि शहर के भीतर से गुजरने वाली भीड़-भाड़ वाली नेशनल हाइवे है.

घटना दोपहर दो से ढाई बजे के आस-पास की बताई जा रही है. जिन लोगों के साथ वारदात हुई वो आईटीसी कंपनी के एजेंट बताए जा रहे हैं, जो कि कलेक्शन का पैसा बैंक में जमा करने जा रहे थे. बताया जा रहा है कि कंपनी का एक कर्मचारी अपने साथी के साथ सुपेला स्थित एसबीआई बैंक में पैसा जमा करने जा रहे थे. उसी दौरान जब वे मजार के पास पहुंचे तभी बाइक सवार तीन युवक पीछे से पहुंचे और दोनों को रोककर मारपीट करने लगे. इसी दौरान एक युवक ने पिस्टल निकालकर हवा में दो राउंड फायर और उसके बाद एक राउंड जमीन में फायर किया. फायरिंग के बाद बदमाशों ने कलेक्शन एजेंट के पास से 9 लाख रुपये का बैग लेकर फरार हो गए.

आरोपियो ने घटना की जानकारी पुलिस को दी जिसके बाद मौके पर आला-अधिकारियों समेत पुलिस विभाग की टीम पहुंची. मौके पर कारतूस के खोखे भी पुलिस ने बरामद किया है. जिस जगह यह पूरी वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया है वह नेशनल हाईवे पर मौजूद है. घटना स्थल से महज 100 मीटर की दूरी पर चंद्रा-मौर्या चौक मौजूद है जहां पुलिस कर्मी हर वक्त मौजूद रहते हैं.

इस पूरे मामले में आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस ने शहर में चारों तरफ नाकेबंदी कर दिया है. एसपी प्रखर पाण्डेय ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में कहा कि जिस तरह से आरोपियों ने फायरिंग की है उससे तो यही लगता है कि यह किसी प्रोफेशनल गैंग का ही काम है. उन्होंने बताया कि इस तरह के पुराने सारे मामले जिले के अलावा अन्य जिलों में भी जो वारदातें हुई हैं उन्हें खंगाला जा रहा है. आस-पास मौजूद लोग जिनकी दुकाने हैं उन सभी से पूछताछ की जा रही है. उस रुट के सभी सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं. जल्दी हम आरोपियों तक पहुंच जाएंगे.

आपको बता दें तकरीबन महीने भर पहले 1 फरवरी को चंगोरा भाठा में सर्राफा व्यापारी जसराज सोनी और उनके बेटे मोहित सोनी के ऊपर बदमाशों ने फायर कर उनके पास से 20 लाख रुपये लूट लिये थे. इस घटना में जसराज सोनी को गोली लगी थी वहीं बेटा बाल-बाल बचा था.