पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा। कई बड़ी नक्सली वारदातों को अंजाम दे चुके 3 लाख के इनामी नक्सली ने एसपी के सामने सरेंडर किया है. सरेंडर नक्सली पर 25 पुलिस जवानों की हत्या करने का आरोप है. लेकिन सरेंडर के बाद एसपी ने उसे 10 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि भी दिया.

आत्मसमर्पित नक्सली का नाम बामन मंडावी है, जो कि प्लाटून नंबर 26 का सेक्शन कमांडर था. 2010 से नक्सली संगठन से जुड़कर नक्सली वारदातों के अंजाम देता आया है. काफी लंबे समय से सुकमा और दंतेवाड़ा जिले के अलग-अलग इलाकों में सक्रिय था और अपने साथ 303 रायफल रखता था. नक्सलवाद की खोखली विचारधारा और शासन की पुर्नवास योजना के जरिए समाज की मुख्यधारा से जड़ने एसपी के सामने सरेंडर किया है.

इन नक्सली वारदातों में था शामिल

  • वर्ष 2014 में जिला सुकमा थाना तोंगपाल के ग्राम टहकावाड़ा में एम्बुश लगाकर पुलिस पार्टी पर हमला कर हथियार लूटने की घटना में शामिल था. जिसमें सीआरपीएफ के 16 जवान शहीद हुए थे.
  • वर्ष 2014 में जिला सुकमा थाना तोंगपाल के ग्राम मारेंगा के ग्रामीणों को अपहरण कर जनअदालत लगाकर वार्ड पंचायत साधू नाग की हत्या करने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2015 में जिला दन्तेवाड़ा थाना कुआकोण्डा के ग्राम मैलावाड़ा में सीआरपीएफ के वाहन को बम विस्फोट करने एवं हथियार लूटने की घटना में शामिल था. जिसमें सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हुए थे.
  • वर्ष 2015 में जिला दन्तेवाड़ा थाना कटेकल्याण के साप्ताहिक बाजार में सुरक्षा में लगे पुलिस जवान को पीछे से बण्डा से हमला कर हथियार लूटने की घटनामें शामिल था. जिसमें 1 पुलिस का जवान शहीद हुआ था.
  • वर्ष 2016 में जिला सुकमा थाना तोंगपाल के ग्राम मारजूम क्षेत्र में गश्त पर निकली डीआरजी दन्तेवाड़ा के उपर घात लगाकर हमला करने की घटना में शामिल था. जिसमें 1 जवान शहीद एवं 1 जवान घायल हुआ था.
  • वर्ष 2016 में जिला सुकमा थाना कूकानार के ग्राम डब्ब – कुंजेरास के मध्य गश्त पर निकली डीआरजी दन्तेवाड़ा के उपर घात लगाकर हमला करने की घटना में शामिल था. जिसमें डीआरजी का 1 जवान घायल हुआ था.