दिल्ली। पूरी दुनिया और सभ्य समाज के माथे पर बलात्कार किसी कलंक से कम नहीं है। अब बांग्लादेश ने इसे लेकर एक अच्छा कदम उठाया है।
बांग्लादेश में हाल ही में यौन उत्पीड़न की कई घटनाएं सामने आई। जिसके बाद लोगों ने इन घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए खूब आंदोलन किए। सड़कों से लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर गुस्सा दर्ज किया। बलात्कार और लैंगिक हिंसा के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध-प्रदर्शन हुए। जिसके बाद शेख हसीना मंत्रिमंडल ने दुष्कर्म के मामलों में अधिकतम सजा उम्र कैद से बढ़ाकर मृत्युदंड करने को मंजूरी दे दी।
बांग्लादेश की कैबिनेट ने सर्वसम्मति से संशोधित कानून का समर्थन किया। मंत्रिमंडल इस प्रस्ताव पर राजी था कि दुष्कर्म के मामले की सुनवाई जल्द हो।
दरअसल, वर्तमान कानून के तहत दुष्कर्म के मामलों में अधिकतम सजा उम्रकैद है। हाल के दिनों में हिंसक यौन मामलों के बाद राजधानी ढाका और अन्य जगहों पर जबरदस्त प्रदर्शन हुए। यौन-उत्पीड़न के अपराधियों के लिए अधिक कठोर दंड की मांग करते हुए मुस्लिम-बहुल राष्ट्र में हजारों प्रदर्शनकारियों द्वारा कानून में बदलाव की मांग की थी। अब सरकार ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए बलात्कारियों के लिए मृत्यु दंड का प्राविधान कर दिया है।