हेमंत शर्मा, इंदौर। इंदौर की खजराना स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच मैनेजर स्वीटी सुनेरिया और पति आशीष सलूजा सहित एक अन्य पर धोखाधड़ी और षड्यंत्र की धाराओं में सीबीआई ने मामला दर्ज किया है. इंदौर में एसबीआई (SBI) की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया अपने ही बैंक के ग्राहकों के एफडी (FD) से रुपए लूटती रही. 3 साल में उसने 11 करोड़ 84 लाख का फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. जिसमें सीबीआई (CBI) के छापे में हाथ लगे दस्तावेज में उसके फर्जीवाड़े के कारनामे सामने आया है.

सीबीआई ने मामला दर्ज कर शुरु की जांच

दरअसल पूरा मामला इंदौर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) खजराना ब्रांच की मैनेजर स्वीटी सुनेरिया का है. जिन्होंने 3 साल में 11 करोड़ 84 लाख का फर्जीवाड़ा किया था. जिसकी शिकायत सीबीआई में हुई थी. सीबीआई (CBI) ने पूरे मामले की जांच के बाद स्टेट बैंक खजराना ब्रांच की तत्कालीन ब्रांच मैनेजर स्वीटी सुरनेरिया और पति आशीष सलूजा सहित एक अन्य आरोपी पर षडयंत्र धोखाधड़ी की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. सीबीआई (CBI) ने इंदौर स्थित स्वीटी सुनेरिया के मकान पर सर्चिंग की थी, जहां से कई अहम दस्तावेज सीबीआई मिले थे. वहीं सीबीआई (CBI) ने पूरे मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

शेयर मार्केट में इंवेस्ट किया पैसा

बता दें कि ब्रांच मैनेजर स्वीटी सुनेरिया ने 2018 से 2021 के बीच लगभग 18 ऑडी ड्रॉप बनाए थे, जिनसे पैसा निकाल कर अन्य खातों में ट्रांसफर करवा लिया था. इस पैसे को उनके पति आशीष सलूजा ने शेयर बाजार में इन्वेस्ट किया था. 27000 बैलेंस के साथ शमीम बानो के नाम से एक फर्जी खाता खोला गया था. इसके बाद इसमें 18 ओडी ओवरड्राफ्ट अकाउंट में 11 करोड़ 84 लाख का लोन लिया था. लोन लेने के बाद इस अकाउंट से पति आशीष सलूजा और मां मंजूषा के खाते में पूरा पैसा ट्रांसफर हो गया था. साथ ही स्वीटी ने 18 एफडी पर लिए ओडी लोन अकाउंट में अपने और अपने परिवार के दो सदस्यों के नंबर डाले थे. वह भी 11 डिजिट के थे, ताकि किसी के पास सही नंबर पर जानकारी ना जा सके.

ऐसे हुआ घोटाले का खुलासा

पूरे मामले का खुलासा 27 मई को खजराना एसबीआई ब्रांच में हुआ. जब सुलभ पति सुरेश शुक्ला अपनी एफबी को रिन्यू कराने ब्रांच मैनेजर अंकुर के पास पहुंचे. जहां अंकुर ने बताया कि आपकी एफबी पर तो लोन लिया गया है. इस पर दोनों चौक गए और इसकी शिकायत एसबीआई की मुख्य शाखा को की गई. जब बैंक द्वारा पूरे मामले की जांच की तो यह सामने आया कि बैंक में शनि बानो नाम से 11 जून 2020 को एक खाता खोला गया था. उसके बैंक खाते में अलग-अलग एफडी के लोन ट्रांसफर किए गए हैं. उस अकाउंट से स्वीटी सुनेरिया पति आशीष सलूजा और मंजुला के अकाउंट में ट्रांसफर हो चुके थे. जिसमें लगभग 11 करो 84 लाख रुपए का मामला सामने आया था.

SBI के एजीएम ने की थी शिकायत

मामले की शिकायत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर मनोज चौधरी ने की थी. जिसमें स्वीटी सुनेरिया और पति आशीष सलूजा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया. इसके बाद सीबीआई (CBI) ने इंदौर में चार जगह गुरुवार दोपहर महालक्ष्मीनगर, गोयल एन्क्लेव, गोयल विहार और स्नेहलतागंज स्थित आरोपियों के ठिकानों पर छापे मारकर दस्तावेज जब्त किए थे.

क्या होता है ऑडी ड्रॉप

ओवरड्राफ्ट (Overdraft) एक फाइनेंशियल सुविधा है, जो बैंकों द्वारा अपने ग्राहकों को दी जाती है. इसके द्वारा आप अपने बैंक अकाउंट से तब भी पैसे निकाल जब उसमें पैसे ना हों. इसे ओवरड्राफ्ट’ कहा जाता है. प्रत्येक ग्राहक के लिए एक ओवरड्राफ्ट सीमा तय की जाती है, जो कि उसके बैंक के साथ संबधों पर निर्भर करती है. ग्राहक निर्धारित सीमा तक ही पैसा निकाल सकता है. बैंक उन पैसों पर ही ब्याज लेता है जो कि ओवरड्राफ्ट अकाउंट से निकाले जाते हैं. अगर किसी ने 200000 रुपए की एफडी करवाई है, तो उसका 80 प्रतिशत लोन हो जाता है. जिसे ऑडी ड्रॉप कहा जाता है.

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