दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) क 14वां सीजन 19 सितंबर से शुरू होने जा रहा है. लेकिन इसके पहले BCCI ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए पिछले साल की तरह एक बड़ा फैसला ले लिया है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) में UAE में होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के दूसरे चरण के 31 मैचों में शामिल होने वाले खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ का हर तीसरे दिन के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाएगा.

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पिछली भी हुआ था ऐसा 

बता दें कि पिछली बार भी जब UAE में टूर्नामेंट खेला गया था, तब प्रत्येक 5वें दिन आरटी-पीसीआर का टेस्ट किया जा रहा था. इस बार भी कोरोना का खतरा खिलाड़ियों और इस टूर्नामेंट में शामिल होने वाले लोगों पर मंड़रा रहा है. जिससे बचने के लिए BCCI ने इस बार भी IPL के दूसरे चरण में हर तीसरे दिन आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने का फैसला लिया है.

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इस चिकित्सा कंपनी को सौंपी गई जिम्मेदारी

दुबई स्थित एक चिकित्सा कंपनी वीपीएस हेल्थकेयर को 19 सितंबर से शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए खिलाड़ियों की आपात चिकित्सा, खेल चिकित्सा विशेषज्ञ और यहां तक कि एयर एंबुलेंस की सेवाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी भी सौंप दी गई है.

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बता दें कि खिलाड़ी किसी भी तरह की आपात चिकित्सा के लिए आईपीएल के बायो-बबल (जैव सुरक्षित वातावरण) से बाहर न निकलें, इसके लिए चिकित्साकर्मियों को भी खिलाड़ियों के साथ ही जैव सुरक्षित वातावरण में रखा जाएगा.