शब्बीर अहमद, भोपाल। अगर आपके बच्चे भी मोबाइल में गेम खेलने के लिए शौकीन हैं तो यह खबर आप के लिए है। ऑनलाइन गेम किस तरह से बच्चों के मस्तिष्क पर किस तरह नकारात्मक असर डालता है इसकी एक और बानगी राजधानी भोपाल में देखने को मिली। ऑनलाइन गेम के चलते 12 साल के एक बच्चे ने खुद के अपहरण की कहानी बनाई।

बताया जा रहा है कि अशोका गार्डन थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार का बच्चा ट्यूशन जाने घर से निकला था। लेकिन काफी देर तक घर नहीं पहुंचने पर उसके पिता ने उसे फोन किया तो बच्चे ने मैसेज भेज कर कहा कि उसका अपहरण हो गया है। बच्चे के अपहरण का मैसेज पढ़ते ही पिता के पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में वे पुलिस थाना पहुंचे और बच्चे के अपहरण की उन्हें जानकारी दी। बच्चे का अपहरण की शिकायत मिलते ही भोपाल पुलिस तुरंत हरकत में आ गई।

सीसीटीवी और मोबाइल ट्रेस करने के बाद पुलिस बच्चे तक पहुंच गई। पुलिस को बच्चा नीमच में मिला। बच्चे से पूछताछ के बाद जो खुलासा हुआ वो बेहद चौंकाने वाला था। बच्चा फ्री फायर नाम के ऑनलाइन गेम के एक चैलेंज को पूरा करने भोपाल से नीमच पहुंच गया था।

बताया जा रहा है कि कुछ महीने पहले ही बच्चे की मां ने आत्महत्या की थी। डिप्रेशन में बच्चा ऑनलाइन गेम खेलने लगा और चैलेंज को पूरा करने नीमच पहुंच गया। फिलहाल बच्चे ने अपहरण की कहानी क्यों बनाई अभी इसका पता नहीं चल पाया है। बच्चे की काउंसलिंग के बाद ही इसका पता चल पाएगा।

आपको बता दें इसके पहले भी ब्लू व्हेल जैसे ऑनलाइन गेम की वजह से कई बच्चे आत्महत्या कर चुके हैं। गेम के चैलेंज को पूरा करने के लिए आत्महत्या की बढ़ती वारदातों के बाद इस गेम पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

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