जगदलपुर। बस्तर में परिवर्तन की जबरदस्त चाहत देखने को मिल रही है. बस्तर शांति की ओर लौट रहा है. पहले लोग भयभीत थे, अब लोगों में खुशी और उम्मीद दिखाई देती है. डेनेक्स जैसी संस्थाओं के कारण रोजगार बढ़ा है. प्राकृतिक रूप से सुंदर बस्तर में पर्यटन निरन्तर बढ़ रहा है. इसके अलावा संस्कृति के संवर्धन संरक्षण का भी कार्य किया जा रहा है. यह बात मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कही.

भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत कोण्डागांव जिले के ग्राम टाटीमारी पहुंचे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने कहा कि हमारे जनप्रतिनिधि और अधिकारी-कर्मचारी यहां शांति और विकास के लिए कार्य कर रहे हैं. अबूझमाड़ लगभग चार जिलों में फैला हुआ है. दंतेवाड़ा की ओर से आवागमन की सुविधा शुरू हो चुकी है. स्कूल, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य केंद्र का संचालन शुरू हो चुका है. नारायणपुर में अनेक लोगों को पट्टे बांटे गए हैं. यहां बन्दोबस्त सुधार की मांग की गई है. ड्रोन से सर्वेक्षण होगा. बड़े डोंगर का पर्यटन केंद्र के रूप में विकास होगा. धनोरा में महाविद्यालय बैंक आदि स्थापित किया जाएगा.

उन्होंने कहा कि लोगों की आय बढ़ी है. पहले लोग बैंक जाने से बचते थे. बस्तर संभाग के सभी विधानसभाओं में बैंक की मांग दिख रही है. बैंकों में भीड़ बड़ी है. लोगों का रुझान खेती बाड़ी की ओर बढ़ी है. बिजली की मांग बढ़ी है. पालकों की ओर से स्वामी आत्मानन्द स्कूल की मांग बढ़ी है. पुराने बन्द पड़े स्कूलों को भी खोला गया है. मुख्य मार्ग में संचालित स्कूलों को अब मूल ग्राम में संचालित किए जाने की मांग की जाने लगी है.

वहीं चिटफंड कम्पनियों को लेकर किए गए सवाल पर कहा कि ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. चिटफंड कम्पनियों के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा रही है. लोगों को भुगतान किया जा रहा है. चिटफंड कम्पनियों से वसूली कर लोगों को भुगतान करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है. अपने प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पर्यटन सूचना केंद्र सहित लगभग 146 करोड़ रुपए के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया.

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