अजय शर्मा,भोपाल। अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले आईएएस अफसर नियाज खान का फिर दर्द छलका है. मध्यप्रदेश में जब बड़ी प्रशासनिक सर्जरी हुई, तब उन्हें उम्मीद लगी थी कि उनका भी तबादला होगा. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. जिसके बाद ट्वीट कर उन्होंने इशारों ही इशारों सवाल उठाते हुए दर्द बयां किया है.

भ्रष्ट समाज से दूर प्रकृति की गोद में जीने की जताई तीव्र इच्छा

आईएएस नियाज खान ट्वीट कर भ्रष्ट सोसाइटी से दूर जंगल में जाने की इच्छा जताई है. उन्होंने लिखा है कि मुझे मोरो मरांडी की तरह जीने की तीव्र इच्छा है. मरांडी प्रकृति की गोद में सार्डिनिया दीप में 30 साल तक अकेले रहे. किताब लिखने के लिए कलम और प्रकृति की गोद भ्रष्ट समाज से दूर शांति का आनंद लेने के लिए पर्याप्त हैं.

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कलेक्टर तबादले में नहीं आया नाम

इस तरह अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चित नियाज खान ने तबादलों को लेकर इशारों- इशारों में सवाल उठाए हैं. सोमवार को ही सरकार ने 15 जिलों के कलेक्टर्स का तबादला किया है. नियाज खान अभी लोक निर्माण विभाग में उप सचिव के पद पर पदस्थ हैं.

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कौन हैं IAS अफसर नियाज खान

नियाज खान मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी हैं. वे कई किताब लिख चुके हैं. नियाज अपने धर्म की हिंसक छवि को मिटाने के लिए भी रिसर्च कर रहे हैं. उनका मानना है कि इस्लाम के बदनाम होने के पीछे कई संगठनों की खराब छवि है. द कश्मीर फाइल्स की बहस में एक ट्वीट कर नियाज खान ज्यादा चर्चा में आए थे.

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