मनीषा त्रिपाठी, भोपाल। राजधानी भोपाल के शासकीय JP अस्पताल में जल्द ही फिजियोथेरेपी यूनिट शुरू की जाएगी। रोगियों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने अस्पताल प्रबंधन पूरी कोशिश कर रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद यह इकाई शुरू होगी। इसके लिए अत्याधुनिक उपकरणों वाली मशीनों की खरीदी होगी। अस्पताल की हड्डी रोग विभाग में मौजूदा समय में पुरानी मशीनों से मरीजों की सिकाई और अन्य इलाज होता है। अस्पताल में अत्याधुनिक उपकरण नहीं है जिससे रोगियों को हर प्रकार का व्यायाम करवाया जा सके।

अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जिस गति से हड्डी रोग बढ़ रहे हैं, उन दक्षताओं के साथ अब उपचार भी जरूरी है। इस प्रकार की मशीनों की उपलब्धता आवश्यक है। ताकि रोगियों को नई तकनीक से उपचार दिया जा सके।

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150 से ज्यादा मरीज रोजाना पहुंचते हैं

जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि प्रतिदिन करीब डेढ़ सौ मरीज अस्पताल प्रबंधन में हड्डी से संबंधित विभिन्न रोगों का इलाज करने के लिए पहुंचते हैं। कमर, गर्दन, घुटने, जोड़, एंकल, जॉइंट पेन, कोहनी के दर्द के मरीजों की संख्या काफी ज्यादा है।

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लगातार बढ़ रहे जॉइंट पेन के मरीज

सिविल सर्जन राकेश श्रीवास्तव के अनुसार बुजुर्गों तक तो ठीक लेकिन नौजवानों और छोटे बच्चों में भी हड्डी से संबंधित समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। इन दिनों ज्यादातर लोगों में घुटने की जॉइंट पेन जैसी समस्या सामने आ रही है। अस्पताल में कई को आराम लग रहा तो कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में नई तकनीक से रोगियों को उपचार देने की व्यवस्था अस्पताल प्रबंधन द्वारा की जा रही है।

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