रायपुर। रोजगार को लेकर प्रदेश में छिड़ी सियासत के बीच भूपेश मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री रविंद्र चौबे और शिव डहरिया ने सरकार के तीन साल के कार्यकाल में दी गई पांच लाख नौकरियों का ब्यौरा पेश किया है. इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के ट्वीट पर तंज कसते हुए कहा कि 15 साल के कार्यकाल के दौरान आउटसोर्सिंग ही करते रहे.

कृषि एवं जल संसाधन मंत्री रवींद्र चौबे तथा नगरीय निकाय मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेंस में नौकरियों का ब्यौरा पेश करते हुए बताया कि तीन सालों के दौरान 14580 शिक्षक, 3155 अनुकंपा, पीएससी के माध्यम से 2885, व्यापम के जरिए 1046, ढाई लाख अनियमित भर्ती, नियमितीकरण के जरिए करीब डेढ़ लाख नौकरी, बिजली कंपनी में 3000, स्वास्थ्य विभाग में 4000, पुलिस विभाग में करीब 8300  और राजस्व व खाद्य विभाग में 392 नौकरी दी गई है.

मंत्री द्वय ने कहा कि इसके अतिरिक्त रोजगार के काम हुए. लघुवनोपज संग्रहकर्ता के रूप में 14 लाख परिवार को लाभ हुआ. गोठान में स्व-सहायता समूह के जरिए 80 हजार लोग रोजगार से जुड़े. कोरोना काल में देश भर में लोगों से रोजी-रोटी, रोजगार छीन गया. पलायन हुआ, लेकिन भाजपा के किसी नेता ने इस पर बात नहीं है. इस दौरान राज्य सरकार ने 39 हजार लोगों को प्रशिक्षण दिया. उनमें से 21 हजार लोगों को रोजगार से जोड़ा. कोरोना काल में ये हमारी बड़ी उपलब्धि है.

मंत्री द्वय ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि मोदी ने पहले कार्यकाल में 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, इसमें मोदी ने एक ऑटोमोबाइल की बिक्री में दो-तीन लोगों को रोजगार देना बताया था. वहीं पूर्ववर्ती भाजपा सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि पांच सिंह टेक्सास गए थे, वहां से इन्वेस्टर मीट किया था. पौने चार लाख करोड़ का एमओयू किया था. 4 रुपये का भी इन्वेस्टमेंट नहीं हुआ. रमन सिंह को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. 5 में से 4 सिंह छत्तीसगढ़ से गायब हो चुके हैं, केवल रमन सिंह बचे हैं. रमन सिंह गाहे-बगाहे अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं.

नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि बीजेपी के पास आज कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए अनर्गल आरोप लगाते हैं. मोदी जी के कार्यकाल में यहां एक को भी रोजगार नहीं मिला. बीजेपी आज हताशा में है. डॉ. रमन सिंह और इनके साथी सनसनी फैलाते हैं,
अजय चंद्राकर भी सनसनी फैलाने वाले बयान देते हैं. डॉ. रमन सिंह को बेरोजगारी पर अपना ट्वीट इसलिए डिलीट करना पड़ा.