पवन दुर्गम, बीजापुर। छत्तीसगढ़ के प्रदेश के तौर पर गठन के बाद दूसरी सबसे बड़ी आई है, जिसमें माओवादी तीन शर्तों पर सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है. इसमें नक्सल इलाकों से सशस्त्र बलों को हटाने, माओवादी संगठन पर लगाये गए प्रतिबंध हटाने और जेलों में कैद माओवादी नेताओं को नि:शर्त रिहा करने की शर्त शामिल है.

समाजसेवी संगठनों की ओर से 12 मार्च से नारायणपुर से रायपुर तक दांडी यात्रा प्रारंभ की गई है. इसी बीच माओवादी प्रवक्ता विकल्प के हवाले से एक प्रेसनोट जारी कर माओवादियों की ओर से सशर्त वार्ता की पहल की गई है. इसमें नक्सल इलाकों से सशस्त्र बलों को हटाने, माओवादी संगठन पर लगाये गए प्रतिबंध हटाने और जेलों में कैद माओवादी नेताओं को नि:शर्त रिहा करने की शर्त शामिल है.

वहीं सामाजिक कार्यकर्ता शुभ्रांशु चौधरी के नेतृत्व में नारायणपुर में दांडी यात्रा हो रही है. माओवादियों ने शुभ्रांशु चौधरी को कॉरपोरेट का दलाल बताते हुए सिविल सोसायटी के लोगों से सरकारी साजिश का हिस्सा न बनने कहा गया है.

जानिए माओवादी संगठन DKSZC के प्रवक्ता विकल्प द्वारा जारी प्रेस नोट में क्या लिखा है…