राजस्थान के दौसा में बीते रविवार को जिला चिकित्सालय में 108 बाइक एम्बुलेंस सेवा का शुभारंभ किया गया है. जिससे हादसों में घायलों को तुरंत प्राथमिक इलाज मिलने से उनकी जान बच सकेगी. बाइक एम्बुलेंस दवा और जीवन रक्षक उपकरणों से लैस होकर 24 घंटे तैनात रहेगी और तत्काल लोगों की सहायता करने के लिए मौके पर पहुंचेगी.

जिले में दो बाइक एम्बुलेंस दौसा और महवा के लिए स्वीकृत हुए हैं. जिससे प्राथमिक उपचार घटनास्थल पर ही मिल सकेगा और लोगों को फायदा मिलेगा लोगों के गंभीर बीमार या गंभीर घायल होने पर प्राथमिक उपचार के बाद इससे अस्पताल में पहुंचाया जा सकेगा. Read More – थक जाओगे मूनगा के गुणों की विशेषता गिनते-गिनते, हर छत्तीसगढ़ी के दिल में बसता है इसके व्यंजनों का स्वाद …

108 के कॉल सेंटर में करना होगा फोन

इमरजेंसी में बाइक एम्बुलेंस बुलाने के लिए 108 के कॉल सेंटर पर कॉल करना होगा. तब लोकेशन के आधार पर वे मरीज के प्राथमिक इलाज के लिए उनके पास पहुंचेगी. मरीज की अस्पताल में भर्ती की स्थिति बनने पर 108 एम्बुलेंस से कॉर्डिनेंट कर मरीज की शिफ्टिंग का जिम्मेदारी भी इन्हीं की है. बाइक एम्बुलेंस का चालक नर्सिंग स्टाफ ही लगाया गया है. साथ ही आवश्यक दवाइयां भी बाइक एम्बुलेंस के बॉक्स में हमेशा मौजूद रहेंगे.

घर बैठे मिलेगा प्राथमिक इलाज

राज्य सरकार ने चिरंजीवी योजना के तहत इस बाइक एम्बुलेंस की शुरुआत की है. अब किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को घर बैठे दवा व प्राथमिक इलाज मिलेगा. शहर की तंग गलियों में रहने वालों को जरूरत पड़ने पर एम्बुलेंस की सुविधा नहीं मिल पाती. लेकिन अब तंग गलियों में रहने वालों को भी तुरंत प्राथमिक इलाज की सुविधा मिल सकेगी. Read More – मां बनने वाली हैं Tanvi Thakkar, नए साल की बधाई के साथ दी खुशखबरी …

इस एम्बुलेंस बाइक में यह रहेगी सुविधा

108 बाइक एम्बुलेंस में पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर, ग्लूकोमीटर, फिंगर पल्स ऑक्सीमीटर, नेबुलाइजर, डिजिटल बीपी मशीन, एंबु बैग्स, फेस मास्क, हार्ड सर्वाइकल कॉलर, केजुला सहित प्राथमिक स्तर के उपकरण उपलब्ध रहेंगे. साथ ही आईवी केजूला, ईटी ट्यूब, डिस्प्रिन, डिक्लोफेनिक, पैरासीटामोल, डाईकोपाम, पेंटा प्राजोल, एंट्रोसिन, वेटामेथाजाॅन सहित अनेक दवा उपलब्ध रहेंगी. इनके अलावा पीपी किट, सिरेंज, इंट्रावेनकेजुला, माइक्रोस्कोप, कॉटन रोल, ड्रेसिंग पैड, रोलर गाज, अधेसिव प्लास्टर सहित अन्य संसाधन मौजूद रहेंगे.