उत्तर प्रदेश में 15000 करोड़ रुपए का महाघोटाला सामने आया है. इस मामले में सीबीआई ने जांच शुरू करते हुए एफआईआर दर्ज की है. ये पूरा मामला बाइक बोट से जुड़ा हुआ है. बता दें कि ये घोटाला नीरव मोदी (Neerav Modi) और मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) के घोटाले से बड़ा है.
इस 15000 करोड़ रुपए के ‘बाइट बोट’ घोटाले में करीब दो लाख निवेशकों में प्रत्येक से 62,100 रुपए की ठगी की गई है.
यह है सबसे बडे़ घोटाले का सच
संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से कंपनी बनाई थी. कंपनी ने बाइक बोट नाम से स्कीम की शुरुआत की गई. कंपनी ने निवेशकों को 1,3,5 या फिर 7 बाइकों में निवेश के बाद आकर्षक रिटर्न का ऑफर दिया गया. बताया गया कि बाइक टैक्सी स्कीम है और इसमें पैसे लगाने पर लोगों को बड़ा रिटर्न मिलेगा. लोगों ने इस स्कीम को हाथों-हाथ लिया और हजारों करोड़ इन्वेस्ट कर दिए. इसके बाद अचानक से कंपनी के लोग भूमिगत हो गए. बताया जा रहा है कि संजय भाटी तो देश से फरार हो गया.
निवेशकों को चेन सिस्टम से जोड़ा गया
दरअसल, कंपनी ने अपने निवेशकों को यह ऑफर किया था कि बाइक टैक्सी में इन्वेस्ट करने के बाद हर महीना रिटर्न मिलेगा. साथ ही अगर कोई इन्वेस्टर किसी दूसरे निवेशक को जोड़ता है तो उसे इंसेंटिव भी मिलेगा. कंपनी ने देश के कई शहरों में फ्रेंचाइजी भी बांटनी शुरू कर दी थी. लेकिन हजारों करोड़ रुपये के इन्वेस्टमेंट के बाद कोई योजना लागू नहीं हो सकी. कंपनी ने 2017 में यह स्कीम लागू की थी. 2019 तक यह स्कीम खूब चली. अनुमान है कि देश भर से लाखों लोगों ने कंपनी में 15,000 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया था.
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