कानपुर. उत्तर प्रदेश के बिकरू नरसंहार मामले में गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज 22 आरोपियों के घरों को अब कुर्क किया जाएगा. पुलिस के मुताबिक इस संबंध में पीडब्ल्यूडी को रिपोर्ट भेजकर आरोपियों के घरों का मूल्यांकन कराने को कहा गया है.

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि 30 आरोपी हैं और उन सभी की ‘बेनामी’ संपत्तियों का पता लगाया जा रहा है. राजस्व विभाग की टीम ने आरोपी हीरू दुबे, श्यामू बाजपेयी, दया शंकर अग्निहोत्री, संजय दुबे, बबलू मुस्लिम, रामू बाजपेयी, शशिकांत पांडे, शिवम दुबे, गोविंद सैनी, उमाकांत, बाल गोविंद, शिवम दलाल, राजेंद्र मिश्रा, धीरेंद्र कुमार द्विवेदी, मनीष, रमेश चंद्र, सुरेश वर्मा और गोपाल सैनी के घरों की पहचान कर ली है. दरअसल, 3 जुलाई 2020 की तड़के बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे के घर पर छापा मारने गई पुलिस टीम पर घात लगाकर हमला किया गया.

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दुबे और उनके सहयोगियों के घातक हमले में बिल्हौर के तत्कालीन सर्कल अधिकारी देवेंद्र मिश्रा सहित 8 पुलिसकर्मी मारे गए थे. इसके बाद में एक के बाद एक मुठभेड़ में पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे और उसके 5 सहयोगियों समेत 6 आरोपियों को मार गिराया. पुलिस ने अक्टूबर 2020 में इस मामले में 4 दर्जन आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. इसके बाद पुलिस ने 30 आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया.