आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। आड़ावाल में इन दिनों एक भाजपा नेता पर दादागिरी करने का आरोप लगा है. आरोप लगाने वाले परिवार ने पुलिस और जिला प्रशासन से उचित कार्रवाई करने की मांग की है. पीड़ित परिवार का कहना है कि शिकायत करने के बावजूद उन्हें अलग-अलग विभागों के चक्कर कटाए जा रहे हैं. इसके चलते आज तक उन्हें न्याय नहीं मिल सका है. यह बातें संतोष देवांगन की पत्नी विशाखा, उनकी पुत्री मेघा और पुत्र अविनाश ने शुक्रवार को आयोजित पत्रवार्ता में कही है.

उन्होंने बताया कि 19 जनवरी को जब वह अपनी जमीन देखने आड़ावाल पहुंचे तो वहां पेड़ों की कटाई चल रही थी. उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पर 10 सागौन, 3 इमली और एक नीम का पेड़ था. जब पीड़ित परिवार ने पेड़ों की कटाई को रोकना चाहा तो मौके पर मौजूद भाजपा नेता ने अपनी राजनीति का धौंस देते हुए पीड़ित परिवार से चूपचाप वापस लौट जाने को कहा. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही उक्त भाजपा ने परिवार वालों धमकी देते हुए कहा कि मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता, ना पुलिस और ना प्रशासन. इसके बाद परिवार द्वारा कई बार शिकायत करने के बाद जांच के लिए पहुंचे वन विभाग और तहसील विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा काटे गए पेड़ों का सुपुर्दनामा देकर लौट गए.

परिवार के लोगों का आरोप है कि नियमतः सागौन की कटाई से पहले विधिवत अनुमति लेनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि इसके बाद से परिवार के लोग अलग-अलग विभागों के चक्कर काट रहे हैं. कार्रवाई करने की बजाए उन्हें दूसरे विभागों में भेजा जा रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा नेता प्रदीप देवांगन की प्रताड़ना से परिवार की दुर्दशा के चलते गांव छोड़कर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी जगदलपुर में निवास करते हैं.

पैतृक एवं पिता की संपत्ति के वंचित रखने के कारण न्याय की राह ताक रहे हैं. इस पर मामले असंवैधानिक कृत्य बिना अनुमति के पेड़ कटाई एवं धमकी से कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, वन मंडलाधिकारी, तहसीलदार, पुलिस थाना कोतवाली में 19 एवं 21 जनवरी को एवं 1 फरवरी को परिवार के द्वारा आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.