आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए मतदान होने के बाद भी प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं. आरक्षण के मुद्दे पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बयान पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप का विवादित बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने लखमा को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर वे असली मां-बाप के बेटे हैं, तो तत्काल अपने पद से इस्तीफा दे दें.

दरअसल, भानुप्रतापपुर उपचुनाव में प्रभारी मंत्री कावासी लखमा कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में चुनावी प्रचार के दौरान स्थानीय आदिवासियों से कहा था कि विशेष सत्र बुलाकर आरक्षण को लागू कर दिया जाएगा, जिसके साथ ही सभी को आरक्षण का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. अगर यह आरक्षण लागू नहीं होता है, तो मैं अपने पद से इस्तीफा दे दूंगा.

इस बयान पर भाजपा नेता केदार कश्यप ने जगदलपुर भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कवासी लखमा पर निशाना साधते हुए शब्दों की मर्यादा लांघ गए. उन्होंने यहां तक कह डाला कि अगर कवासी लखमा असली मां-बाप के बेटे हैं, तो अपने पद से तत्काल इस्तीफा दे दें.

बता दें कि संशोधित आरक्षण विधेयक पारित करने के लिए एक और दो दिसंबर को छत्तीसगढ़ विधानसभा का विशेष सत्र आहूत किया गया था. इसमें सर्वसम्मति से विधेयक को मंजूरी दी थी, जिसके बाद राज्यपाल अनुसुईया उइके के पास हस्ताक्षर के लिए राज्य सरकार के मंत्री स्वयं विधेयक लेकर गए थे. राज्यपाल ने जानकारों से सलाह लेने के बाद विधेयक पर हस्ताक्षर करने की बात कही है.