रायपुर. बस्तर में नक्सली हमले को लेकर प्रदेश में सियासत जारी है. भाजपा नेता राजेश मूणत ने कहा, बस्तर में नक्सलियों का हौसला बुलंद हुआ है. यहां पूर्व विधायक की हत्या हुई. पार्टी के लगातार 1 हफ्ते में चार प्रमुख कार्यकर्ताओं की हत्या हुई. उसके बाद बस्तर के अंदर कांग्रेस पार्टी, डीजीपी बैठक ले रही है. बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि एनआईए इसकी जांच करेगी. चलिए कम से कम कांग्रेस को केंद्र की एजेंसियों पर विश्वास जागृत तो हुए. हम इस निर्णय का स्वागत करते हैं.

मूणत ने कहा, कांग्रेस लाश के ऊपर राजनीतिक करना बंद करें. हमारे कार्यकर्ता जो शहीद हुए हैं आज जब भारतीय जनता पार्टी सड़कों पर आ गई है तो आप जांच कर रहे हैं उसका स्वागत है. भाजपा नेता मूणत ने कहा, यही वह कांग्रेस पार्टी है जो एनआईए के ऊपर प्रश्नवाचक चिन्ह लगा रही थी. झीरम घाटी हत्याकांड के बाद झीरम में हत्या हुई है. वह भी छत्तीसगढ़ के नेता थे. किसी पार्टी से उठकर छत्तीसगढ़ महतारी के बेटा थे. मुख्यमंत्री उस समय भी कहते थे झीरम हत्याकांड में जो लोग हैं उनके मेरे पास प्रमुख दस्तावेज हैं. मैं आज फिर कांग्रेस पार्टी से आग्रह करता हूं कि वह वाकई में कांग्रेस के जो शहीद हुए नेता उनके प्रति आपके मन में थोड़ी भी श्रद्धा है तो मुख्यमंत्री से कहिए कि जो मुख्यमंत्री के पास दस्तावेज हैं उसे सार्वजनिक करें.

कांग्रेस के पोस्टर हटाने को लेकर आदेश जारी हुआ. इस मामले पर राजेश मूणत ने कहा, कांग्रेस में गुटबाजी व्याप्त है. विधायक कहते हैं अधिकारी मेरी नहीं सुन रहे हैं. मंत्री कहते हैं मुख्यमंत्री मेरी नहीं सुन रहे हैं. संगठन के सचिव बोलते हैं कि हमारी कोई सुन ही नहीं रहा है. प्रभारी जी आते हैं उनके सामने जनपद जिला के लोग खुलकर शिकायत करते हैं. यह इस बात को अंकित करती है अब राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर में हो रहा है. भाजपा का बसाया हुआ शहर है, जहां पर आपका अधिवेशन हो रहा है वहां पोस्टर विवाद चालू हो गया. छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय अधिवेशन नहीं पीसीसी का अधिवेशन हो रहा है. कांग्रेस का अधिवेशन हो रहा है और उसके अंदर कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष का फोटो नहीं है, यह कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी की जो भी है वह सड़क पर आ गई है.

जीएसटी को लेकर राजेश मूणत ने कहा कि जीएसटी को लेकर मुख्यमंत्री लगातार कमेंट करते रहे हैं. 2013-17 के पहले जीएसटी काउंसलिंग बैठक होती है. इस काउंसलिंग बैठक में सब स्टेट अपने-अपने प्रेजेंटेशन देते हैं और प्रेजेंटेशन में कौन-कौन सी चीज आना चाहिए किस-किस से इसकी भरपाई होगी, कैसे कैसे होगी, उस विषय के बाद ही जीएसटी लागू होती है. अब आप अपने हिसाब से अपना थोप रहे हैं केंद्र सरकार के पास दवा पत्ती चलती रहेगी, लेकिन जीएसटी को लेकर जितना प्रॉफिट छत्तीसगढ़ सरकार को हो रही है जरा उस पर भी आपको चिंतन करना चाहिए.

आवास योजना को लेकर मोहन मरकाम के बयान पर राजेश मूणत ने कहा, केंद्र पैसे देने के लिए तैयार बैठा है. आपको जो अपनी इक्विटी देना है आपको जो अपना अंशदान देना है वह तो दे दो. 11 लाख मकान आपके वापस चले गए हैं. जल जीवन मिशन 4 साल में आज तक कंप्लीट नहीं कर पाए हैं. 1000 करोड़ का टेंडर वापस कर दिया है. आखिर में विकास की सोच क्या है. आपकी जल जीवन मिशन के तहत हर घर में पानी मिले उसके लिए केंद्र सरकार ने हजारों करोड रुपए आपको दिए हैं, जिसका बंदरबाट किया है.

अनेक संगठन के प्रदर्शन पर राजेश मूणत ने कहा, जन विरोधी घोषणा पत्र लेकर आई थी वह जनकल्याणकारी नहीं था. आज कर्मचारी चारों तरफ धरना प्रदर्शन में बैठे हुए हैं. आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं को सरकार ने नोटिस दिया है कि प्रदर्शन बंद कर दो. उनका धरना स्थल छीन लिया गया है. आज वह हर चैराहे पर गली मोहल्ले पर धरने में बैठी हुई है और प्रदेश के एक जिम्मेदार मंत्री जगदलपुर में कहते हैं मैं जन घोषणा पत्र समिति का अध्यक्ष था. मैं आपकी घोषणा को पूर्ण नहीं कर सकता, मैं क्षमा चाहता हूं. इससे जनता समझ चुकी है कि यह जन घोषणा पत्र नहीं था जन विरोधी घोषणा पत्र है.

17 फरवरी को राजधानी में भाजपा के प्रदर्शन को लेकर राजेश मूणत ने कहा, नक्सली घटना को लेकर प्रदेश में असुरक्षा का वातावरण बना हुआ है. बस्तर में भाजपा के कार्यकर्ताओं की खुलेआम हत्या होती जा रही है. प्रदेश की कानून व्यवस्था बिगड़ चुकी है. प्रदेश के अंदर अपहरण डकैती चोरी हत्या बलात्कार चाकूबाजी की घटनाएं लगातार हो रही है और कानून व्यवस्था कि जिस प्रकार से खिल्ली उड़ रही है इसी विषय को लेकर 76 विधानसभाओं में भाजपा कार्यकर्ता 2 घंटे के लिए सांकेतिक चक्काजाम करेंगे.

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