रायपुर। पूर्व कलेक्टर व भाजपा नेता ओपी चौधारी ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के जय-वीरू को याद किया है. उन्हें याद करने की भी एक वजह है. वजह जानने से पहले ये जय वीरू है कौन ये जान लीजिए ? ओपी चौधरी ने सीएम भूपेश और मंत्री टीएस सिंहदेव को ये नाम दिया है. यदि आपने शोले फिल्म देखी होगी तो इस भूमिका को बखूबी जानते होंगे.
चालिए अब मुद्दे की बात पे आते हैं. दरअसल भाजपा नेता ओपी चौधरी ने कांग्रेस की सरकार बनने से पहले छत्तीसगढ़िया विद्यमितानों के लिए किए गए वादों को याद दिलाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि सरकार बनते ही पता नहीं जय-वीरू को क्या हो गया है ? और उनकी दोस्ती को ?
उन्होंने कहा कि जय-वीरू यानी सीएम भूपेश और मंत्री टीएस सिंहदेव कांग्रेस की सरकार बनते ही अपने वादे भूल गए हैं. ओपी ने वादा याद दिलाते हुए आग्रह किया है कि यदि छत्तीसगढ़िया विद्यमितानों की तत्काल शिक्षक के रूप में नियमित भर्ती की जाती है, तो वो स्वयं जय वीरू को गुलदस्ता देने जाएंगे. उन्होंने यह भी साफ किया है कि इस आग्रह को राजनीति से अलग समझे. इसमें कोई राजनीति नहीं की जा रही है.
ओपी चौधरी ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है जिसमें कांग्रेस द्वारा वादा किए गए लेटर को भी अटैच करते हुए लिखा है कि…
जब कांग्रेस छत्तीसगढ़ में विपक्ष में थी, तो एक जोड़ी जय-वीरू कहलाती थी। तब जय ने छ्त्तीगढिया विद्यमितान भाई-बहनों को लिखित वादा किया था, कि कांग्रेस की सरकार बनते ही की जायेगी। सरकार बनते ही पता नहीं क्या हो गया है जय-वीरू को? और उनकी दोस्ती को?
राजनीति से अलग जय-वीरू दोनों से गुजारिश है, कि छ्त्तीगढिया विद्यमितान भाई-बहनों का तत्काल नियमित भर्ती सुनिश्चित करें। मैं विद्यमितान साथियों के साथ धन्यवाद का गुलदस्ता,जय वीरू दोनों को देने आऊँगा।
सरकार बनने के पहले किए गए टीएस सिंहदेव के वादे का वो लेटर…